देहरादून: उत्तराखंड गौरीकुंड हेलीकॉप्टर हादसे के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में एक हाई लेवल बैठक बुलाई गई. इस बैठक में वरिष्ठ अधिकारी, डीजीसीए, सेक्रेटरी सिविल एविएशन और तमाम संबंधित अफसर मौजूद रहे. बैठक में फैसला लिया गया कि आर्यन एवियशन की चारधाम सर्विस को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाएगा. मिनिस्ट्री ऑफ सिविल एविएशन द्वारा जारी प्रेस रिलीज के मुताबिक, 15 जून सुबह आर्यन एविएशन का बेल 407 हेलीकॉप्टर, जो ‘केदारनाथ से गुप्तकाशी के लिए संचालित हो रहा था, एक दुखद हादसे का शिकार हो गया. इस हादसे में हेलीकॉप्टर सवार 6 श्रद्धालु और पायलट की मौत हो गई. मरने वालों में एक 2 साल की बच्ची भी शामिल है.
सीएम द्वारा की गई हाईलेवल की बैठक में उत्तराखंड सरकार के वरिष्ठ अधिकारी, नागरिक उड्डयन सचिव, डीजीसीए और संबंधित अधिकारी शामिल हुए. इस बैठक में कई कदम उठाए. जिसमें सबसे बड़ा कदम हेली सेवा संचालित एजेंसी आर्यन एविएशन की चारधाम यात्रा के लिए उड़ानें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दी गई हैं.
वहीं डीजीसीए को जानकारी मिली कि गौरीकुंड हेलीकॉप्टर हादसे के बाद भी एम/एस ट्रांसभारत एविएशन के दो हेलीकॉप्टर समान मौसम में उड़ान भरते पाए गए. जिस पर कार्रवाई करते हुए डीजीसीए ने हेलीकॉप्टर पायलट कैप्टन योगेश ग्रेवाल और पायलट कैप्टन जितेंद्र हरजाई के लाइसेंस 6-6 महीने के लिए सस्पेंड कर दिए हैं. साथ ही चारधाम यात्रा में सभी चार्टर और शटल हेलीकॉप्टर सेवाएं 15 और 16 जून 2025 को सुरक्षा कारणों से निलंबित की गई हैं.
