देहरादून: आखिरकार भाजपा हाईकमान ने उत्तराखण्ड के पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत को काम दे दिया। उन्हें लोकसभा चुनाव से जुड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है। पूर्व सीएम निशंक के बाद अब त्रिवेंद्र सिंह रावत भी उत्तर प्रदेश की पांच लोकसभा सीटों पर महा जन सम्पर्क अभियान की शुरुआत करेंगे। एक दिन पहले ही त्रिवेंद्र सिंह रावत ने दिल्ली में बीएल संतोष समेत प्रमुख पार्टी नेताओं से मुलाकात की थी। त्रिवेंद्र रावत 2 जून को देहरादून से रवाना होकर आजमगढ़ लोकसभा सीट से महाजनसंपर्क अभियान का आगाज करेंगे। पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को उत्तर प्रदेश की पांच लोकसभा सीटों आजमगढ़, बलिया, बांसगांव, सलेमपुर और देवरिया में जनसंपर्क अभियान की जिम्मेदारी सौंपी है। गौरतलब है कि मार्च 2021 में अचानक सीएम की कुर्सी से हटा दिए जाने के बाद त्रिवेंद्र रावत को 2022 का विधानसभा चुनाव नहीं लड़वाया। और पार्टी हाईकमान ने स्वंय पूर्व सीएम त्रिवेंद्र से ही चुनाव नहीं लड़ने का पत्र भी लिखवा लिया था। उम्मीद यह जताई जा रही थी की पार्टी उन्हें राज्यसभा भेजेगी। लेकिन झटका देते हुए प्रतिभा सैनी को राज्यसभा भेज दिया। त्रिवेंद्र समर्थकों के लिए यह एक भारी राजनीतिक आघात माना गया।
हाईकमान के इस रुख के बाद त्रिवेंद्र सिंह रावत की पार्टी गतिविधियों में आमद भी कम हो गयी थी। इस बीच, हाल ही में दिल्ली में पार्टी नेताओं से बातचीत के बाद पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत को उत्तर प्रदेश की पांच लोकसभा सीटों पर महा जनसंपर्क अभियान की शुरुआत करने की जिम्मेदारी सौंप दी।
पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बताया कि वह 2 जून को हवाई मार्ग से दोपहर में बनारस पहुंचेंगे। वहां से कार से सबसे पहले आजमगढ़ लोकसभा क्षेत्र से जनसंपर्क अभियान की शुरुआत करेंगे। इस दौरान वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पिछले 9 साल में देश और लोकसभा क्षेत्रों के विकास के लिए किए गए कार्यों को जनता के सामने रखेंगे। साथ ही क्षेत्र के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को साथ लेकर इस अभियान के लिए एक रणनीति के तहत कार्य करेंगे।
उन्होंने बताया कि अभियान के तहत घर-घर जाकर भी संपर्क किया जाएगा। क्षेत्र के प्रबुद्ध और बौद्धिक वर्ग, व्यापारी, किसान, युवा, महिलाओं के साथ ही सभी वर्गों से संपर्क कर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के 9 साल में हुए ऐतिहासिक कार्यों के बारे में जागरुक करेंगे। साथ ही भाजपा लोकसभा क्षेत्र के हर प्रतिष्ठित व्यक्ति तक भी जनसंपर्क अभियान के तहत संपर्क करेगी। पार्टी आलाकमान ने इसके लिए हर लोकसभा क्षेत्र में ऐसे 1000 प्रतिष्ठित व्यक्तियों की सूची भी तैयार की है।
त्रिवेंद्र ने बताया कि वर्तमान में इन पांचों लोकसभा सीटों पर भाजपा के सांसद हैं। आजमगढ़ सीट 2019 के चुनाव में सपा के अखिलेश यादव ने जीती थी, लेकिन उपचुनाव में भाजपा ने फिर से सपा यह सीट छीन ली थी। इन पांचों लोकसभा सीटों पर भाजपा के सांसद हैं।
यहां संगठनात्मक तौर पर भाजपा मजबूत स्थिति में है। लेकिन 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए फिर से पार्टी कार्यकर्ताओं को और ताकत देने के लिए और अधिक कार्य करने की जरूरत है। ताकि भाजपा अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में और अधिक वोटों के अंतर से जीत हासिल कर सके। गौरतलब है कि 2014 के लोकसभा चुनाव में त्रिवेंद्र सिंह रावत को सहप्रभारी की जिम्मेदारी दी गई थी।