कुशीनगर: कोतवाली के एक गांव में आई बरात में वर पक्ष द्वारा गहना लेकर न आना भारी पड़ गया। इसके वजह से दुल्हन ने शादी से इनकार कर दिया। लगभग नौ घंटे चली पंचायत के बाद कोई बात नहीं बनी और शादी न करने का फैसला लेते हुए दोनों पक्ष एक दूसरे को सामान लौटाने पर राजी हुए। इसके बाद बरात वापस लौट गई। गुरुवार की देर रात से शुक्रवार सुबह नौ बजे तक पडरौना कोतवाली में पंचायत चलती रही।
यह है पूरा मामला
बिहार के बेतिया जिले से पडरौना कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में गुरुवार की रात बरात आई। दरवाजे पर बरात का स्वागत धूमधाम से हुआ। वधू पक्ष के लोगों ने बरात की आवभगत की। धूमधाम से रस्मों में जयमाल से लेकर अन्य मांगलिक कार्य संपन्न होने लगे। बरनेत का समय आया तो वर पक्ष मंडप में पहुंचा। जैसे ही वधू के लिए लाए गए सामान दिखाने लगे। गहने दिखाने की बात आई तो वर पक्ष कोई गहना लेकर नहीं आया था। इस पर वधू पक्ष के लोग भड़क गए। कहासुनी होने लगी।
इसके बाद शादी रोकने की बात आ गई। वर पक्ष को वधू पक्ष बैठाए रखा। बाद में मामला कोतवाली पहुंचा। रात साढ़े ग्यारह बजे पहुंची पुलिस दोनों पक्षों को थाने बुलाकर लाई, जहां सुबह लगभग नौ बजे सुलह-समझौता के बाद दोनों पक्ष शादी न करने की बात कहते हुए एक दूसरे का सामान वापस कर देने पर राजी हो गए। कोतवाल राज प्रकाश सिंह ने बताया कि दोनों पक्षों में वार्ता हुई है। वे शादी न करने पर अड़े हैं। वे एक-दूसरे का सामान वापस कराने की बात कर रहे हैं।