पौड़ीः बहुचर्चित अंकिता भंडारी हत्याकांड मामले में अभी तक परिजनों को न्याय नहीं मिल पाया है. अब अंकिता के माता-पिता ने सरकारी वकील की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकारी वकील केस की पैरवी मजबूती से नहीं कर रहे हैं. इस संबंध में उन्होंने पौड़ी डीएम आशीष चौहान से मुलाकात की. उन्होंने जल्द से जल्द सरकारी वकील को बदलने की मांग उठाई. उनका कहना है कि उनकी मांग नहीं मानी गई तो वे आमरण अनशन करने को मजबूर होंगे. दरअसल, अंकिता भंडारी मर्डर केस में परिजनों को एक बार फिर से सरकारी वकील की कार्रवाई पर संतोष नहीं है. दिवंगत अंकिता के पिता वीरेंद्र भंडारी और माता सोनी देवी ने आरोप लगाया कि सरकारी वकील केस की पैरवी को गंभीरता पूर्वक नहीं कर रहे हैं. जिसके चलते मामला कमजोर होने की पूरी आशंका है.
उन्होंने कहा कि बीते कोर्ट में मामले की पैरवी करते हुए सरकारी वकील जितेंद्र रावत ने अपनी दलीलें रखी. उससे साबित हो रहा है कि बेटी का केस जीतना, अब उनके बस की बात नहीं है. लिहाजा, उन्होंने डीएम आशीष चौहान से इस संबंध में मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौंपा. साथ ही मांग पूरी नहीं होने पर आमरण अनशन की चेतावनी भी दी.
अब भी नहीं सूखे मां के आंसू
अंकिता भंडारी हत्याकांड को करीब 10 महीने का समय हो गया है, लेकिन अंकिता की मां सोनी देवी के आंसू अब भी नहीं सूखे. बेटी को न्याय दिलाने के लिए मां सोनी देवी ने बुधवार को डीएम आशीष चौहान से मुलाकात की तो वे अपने आंसुओं को रोक नहीं सकीं. उन्होंने रोत हुए डीएम से गुहार लगाई की बेटी के केस को कमजोर करने की साजिश रची जा रही है.
आंगनबाड़ी कार्यकत्री संगठन का मिला साथ
वहीं, इस मौके पर आंगनबाड़ी कार्यकत्री संगठन ने भी अंकिता के परिजनों को समर्थन दिया. उन्होंने सरकार से हत्याकांड के आरोपियों को जल्द से जल्द सजा दिलाने की मांग उठाई. उन्होंने कहा कि प्रदेश का पूरा आंगनबाड़ी संगठन एक मां के साथ खड़ा है.
ये है अंकिता भंडारी मर्डर केस…
पौड़ी जिले की श्रीकोट डोभ गांव की अंकिता भंडारी (उम्र 19 वर्ष) यमकेश्वर विधानसभा के गंगा भोगपुर क्षेत्र स्थित वनंत्रा रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट की नौकरी करती थी. जो 18 सितंबर 2022 को अचानक रिजॉर्ट से गायब हो गईं थीं. इसके बाद वनंत्रा रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य ने अंकिता भंडारी के पिता को उसके गायब होने की सूचना दी थी. जिस पर अंकिता के पिता ने बेटी की गुमशुदगी की आशंका जताते हुए राजस्व पुलिस में मुकदमा दर्ज कराया था.
वहीं, अंकिता भंडारी का कुछ पता नहीं चलने पर मामला रेगुलर पुलिस तक पहुंचा. मामले में रेगुलर पुलिस ने वनंत्रा रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य समेत अंकित गुप्ता और सौरभ भास्कर को हिरासत में लिया था, फिर उनसे सख्ती से पूछताछ की थी. जिसके बाद पुलिस ने तीनों की निशानदेही पर अंकिता भंडारी का शव चीला बैराज से बरामद किया था. ऐसे में तीनों को आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया था. इस मामले में लगातार सुनवाई चल रही है.