मुजजफ्फरपूर: जिस बेटे को माता-पिता ने मरा समझकर दफना दिया हो क्या वह जिंदा वापस लौट सकता है? दरअसल, इस तरह के सवाल इसलिए उठ रहे हैं क्योंकि एक युवक को मरा समझकर उसके माता-पिता द्वारा उसे दफना दिया गया था लेकिन अब वह अपने घर वापस आ गया है, ये मामला मुजफ्फरपुर जिले के तुर्की ओपी इलाके के टारसन गांव का है. दरअसल, 16 दिसंबर 2022 में ट्रेन में मोबाइल चोरी करने के आरोप में ट्रेन के अन्य यात्रियों द्वारा मोहम्मद एहताम अंसारी नामक युवक की जमकर पिटाई की गई थी और उसके बाद उसे चलती ट्रेन से नीचे फेंक दिया गया था. अपने बेटे को मरा समझकर परिवार वालों ने किसी और के शव को अपने बेटे का शव समझकर दफना दिया था. अब एहताब अचानक 7 जून 2023 की रात अपने घर वापस आ गया. 8 माह बाद घर लौटे अपने बेटे को देखकर माता पिता हैरान रह गए. अब उससे मिलनेवालों का तांता लगा हुआ है.
क्या हुआ था उस रात?
16 दिसंबर 2022 को टारसन गांव के रहनेवाले मो. याकूब का सबसे छोटे बेटा 26 वर्षीय मो. एहताब जरी का काम करने के लिए दिल्ली गया था. वह वहां से धागा, नग व अन्य सामान खरीदने लखनऊ जा रहा था. इसी दौरान ट्रेन में सवार यात्रियों ने उसपर मोबाइल की चोरी करने का आरोप लगाकर उसे जमकर पीटा और चलती ट्रेन से नीचे फेंक दिया. एहताब की पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. उसके माता पिता द्वारा यूपी की शाहजहांपुर पुलिस से संपर्क किया गया. कद काठी के हिसाब से उसके माता पिता ने उसकी पहचान की और शाहजहांपुर में ही बॉडी को दफना दिया था. अब लगभग 8 माह बाद एहताब जब वापस आया तो माता पिता व परिवार की खुशी का ठिकाना नहीं रहा. हालांकि, एहताब की आवाज चली गई है. उसकी यादाश्त भी चली गई थी लेकिन एक सप्ताह पहले उसकी यादाश्चत वापस आई और अब वह अपनों के बीच है.
आश्रम में रुका था एहताब
एहताब द्वारा अपने परिजनों को इसारों इसारों में बताया गया कि ट्रेन में उसके साथ मारपीट की गई थी, उसे चलती ट्रेन से फेंका गया था. वह गंभीर रूप से घायल हो गया था और जैसे तैसे गुजरात पहुंचा. वह वहां एक आश्रम में रहने लगा और वहीं पर उसका इलाज हुआ. एहताब के मुताबिक, उसकी याददाश्त चली गई थी और एक सप्ताह पहले ही उसकी याददाश्त वापस आई है. उसने आश्रम के बाबा को अपने बारे में बताया कि वह मुजफ्फरपुर का रहनेवाला है. बाबा ने उसे ट्रेन का टिकट कटवाकर दिया और उसे मुजफ्फरपुर भेज दिया.