हो जाएँ सावधान ! यहाँ शादी में मुर्गा खाने से चली गई जान ? करीब 200 लोग हुए बीमार…

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बांका: बिहार के बांका जिले में चान्दन प्रखंड के सुईया थाना क्षेत्र की उत्तरी कसवावसिला पंचायत अन्तर्गत छींड़ा व हेठ छीड़ा ( झिलुआ ) गांव में फूड प्वांइजनिंग से एक वृद्ध की मौत हो गई। जबकि गांव के करीब दो सौ लोग बीमार हो गए। ग्रामीणों ने गत 8 जून को गांव में ही आयोजित एक विवाह समारोह में भोजन किया था तथा इसी के बाद लोगों के बीमार होने का सिलसिला शुरू हुआ था। शनिवार की शाम से ज्यादा लोग बीमार हो गए और रात में एक वृद्ध की मौत हो गई। घटना की सूचना पर रविवार को पुलिस प्रशासन व मेडिकल टीम गांव पहुंची। बीमार ग्रामीणों का इलाज शुरू कर दिया गया है। प्रशासन ने वृद्ध की मौत फूड प्वांइजनिंग से होने से इंकार किया है।

जानकारी के अनुसार छींड़ा गांव के बाबर अंसारी की बेटी की शादी हेठ छीड़ा गांव के सिंटू अंसारी के पुत्र के साथ गत 8 जून को हुई। बाबर अंसारी के यहां शादी का भोज देर रात खाने के बाद दूसरे दिन यानी 9 जून को गांव के महिला पुरुष व छोटे छोटे बच्चों को पेट दर्द उल्टी और दस्त होने की शिकायत होने लगी। इस दौरान एक-एक करके लोग बीमार होने लगे। शादी समारोह के बाद दोनों गावों में हड़कंप मच गया।

प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि शादी समारोह में मेहमानों के लिए बनाए गए भोजन में मुर्गा व चावल खिलाया गया था । 9 जून से लोगों की तबीयत बिगड़ने लगी। शनिवार की शाम से गांव के अधिकांश लोग बीमार हो गए। इस दौरान शनिवार की रात गांव के एक वृद्ध जाकिर अंसारी (70) की मौत हो गई। पूर्व मुखिया मौलाना अब्बास अंसारी ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र चांदन के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को घटना की सूचना दी। सूचना मिलते ही छींड़ा व हेठ छीड़ा गांव में डॉ शशिकांत, डॉ भोलानाथ के अलावा एएनएम, स्वास्थ्य कर्मी की टीम गांव में तैनात कर दी गई। जहां घर पर ही डायरिया से आक्रांत मरीजों का इलाज शुरू कर दिया गया।

घटना की सूचना जिलाधिकारी अंशुल कुमार व एसपी डॉक्टर सत्य प्रकाश को मिलते ही संयुक्त निर्देश पर बेलहर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी प्रेमचंद सिंह, बीडीओ राकेश कुमार, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ एके सिन्हा, सुईया थानाध्यक्ष मनीष कुमार, अवर निरीक्षक मोहम्मद सहजाद, रेफरल अस्पताल कटोरिया के सीएचओ देवऋषि कुमावद, गणपत लाल बेरवा छींड़ा गांव पहुंच कर पीड़ित परिवार से मिलकर स्वास्थ्य का हालचाल जाना।

प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने बताया कि सभी डायरिया पीड़ित मरीज खतरे से बाहर हैं। उन्होंने बताया कि वृद्ध की मौत डायरिया से नहीं हुई है व स्वभाविक मौत है। क्योंकि परिजनों ने बताया कि वृद्ध ने भोज में खाना नहीं खाया था। बीडीओ ने कहा कि छीड़ा गांव में सभी घरों में ब्लीचिंग पाउडर व चुना आदि का छिड़काव कराया जा रहा है। प्रशासन की ओर से स्वास्थ्य संबंधी दवा आदि की गावों में मुक्म्मल व्यवस्था सुनिश्चित कर दी गयी है। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को निर्देश दिया गया है कि संक्रमित मरीज स्वस्थ होने तक मेडिकल टीम को गांव में रखा जाय ताकि कोई अप्रिय घटना घटित नहीं हो सके।

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