जयपुर: जयपुर-अजमेर राजमार्ग पर तीन दिन पहले एक रेस्टोरेंट में शराब पार्टी (Ajmer liquor party case) और उसके बाद हुई मारपीट के मामले को लेकर राज्य सरकार ने बड़ा एक्शन लिया है. गहलोत सरकार (Gehlot government) ने इसमें शामिल आईपीएस अधिकारी सुशील कुमार बिश्नोई और आईएएस अधिकारी गिरधर चौधरी को निलंबित कर दिया है. दोनों के निलंबन के आदेश जारी कर दिए गए हैं. निलंबन काल के दौरान IAS गिरधर चौधरी का मुख्यालय कार्मिक विभाग और IPS सुशील कुमार का मुख्यालय डीजीपी कार्यालय जयपुर रहेगा. इस मामले में अनुचित फेवर करने के आरोप में गेगल थाने के तीन पुलिसकर्मियों को भी निलंबित किया गया है. इन आदेशों की प्रशासनिक गलियारे में जबर्दस्त चर्चा है.
कार्मिक विभाग की ओर से जारी आदेश में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि दोनों अधिकारियों के खिलाफ विभागीय जांच चल रही है. केस में जिस तरह के सबूत जांच के दौरान सामने आए है उससे सार्वजनिक जीवन में अधिकारियों के बर्ताव को लेकर कई सवाल खड़े हुए हैं. मंगलवार देर शाम को ही दोनों अधिकारियों को निलंबित कर सरकार की ओर से एक साफ मैसेज प्रदेश के पूरे प्रशासनिक बेड़े को दिया गया है. गहलोत सरकान ने अधिकारियों के गलत आचरण के मामले में जीरो टॉलरेंस की नीति का मैसेज दिया है.
दो असफरों के साथ 8 अन्य लोग भी हुए सस्पेंड
सरकार ने आईएएस और आईपीएस के साथ ही अन्य दोषी पुलिसकर्मियों पर भी कार्रवाई करने का आदेश दिया था। इसके बाद डीजीपी के आदेश पर गैगल थाने के एएसआई रुपाराम, काॅन्स्टेबल गौतम, मुकेश यादव, टोंक में तैनात मुकेश जाट, टोंक के तहसीदार कार्यालय में कनिष्ठ सहायक हनुमान प्रसाद और टाेंक पटवारी नरेंद्र सिंह दहिया को भी सस्पेंड किया है।
बता दें कि आईपीएस सुशील कुमार बिश्नोई अजमेर में एसपी सिटी के पद पर तैनात थे। उन्हें सरकार ने नवगठित गंगापुर जिले का ओएसडी लगाया गया। रविवार को उन्हें रेस्टोरेंट में विदाई की पार्टी दी गई थी। पार्टी खत्म होने के बाद 11 जून को रात 2 बजे दोस्तों के साथ वह होटल में खाना खाने पहुंचे थे
क्या है पूरा मामला?
यह घटना रविवार, 11-12 जून की दरमियानी रात की है. करीब 3 बजे IPS सुशील बिश्नोई सिविल कपड़ों में अपने दोस्तों के साथ गेगल थाना क्षेत्र के मकराना राज होटल पहुंचे. वहां उन्होंने किसी होटल कर्मचारी से वॉशरूम का रास्ता पूछा और अंदर चले गए. किसी कर्मचारी ने उन्हें वॉशरूम के लिए बाहर का रास्त बता दिया. आरोप है कि इसी बात पर IPS गुस्सा हो गए और कर्मचारियों के साथ मारपीट की. होटल में तोड़फोड़ करने के भी आरोप हैं. इस मामले की जानकारी होटल के मालिक ने गेगल थाना पुलिस को दी. पुलिस ने होटल पहुंचकर जांच की तो पता चला कि आरोपी एक IPS अफसर है. आरोप है कि सुशील विश्नोई फिर अपने दोस्तों के साथ होटल पहुंचे और दोबारा होटल स्टाफ के साथ मारपीट की. इस बार पुलिसकर्मियों ने भी कथित रूप से उनका साथ दिया और डंडों से स्टाफ के लोगों की पिटाई की.