एटा: खुदाई के दौरान कभी-कभी पुराने समय की चीजें, सोना-चांदी के सिक्के निकलकर सामने आ जाते हैं. कभी-कभी खुदाई में निकला खजाना उस परिवार की आर्थिक हालत पलट कर रख देता है, जिसकी जमीन से वह निकला होता है. कुछ ऐसा ही मामला एटा से सामने आया है. यहां पूर्व में कभी जमींदार रहा परिवार आज आर्थिक हालात से जूझ रहा है. मगर अब शायद उसकी किस्मत पलट सकती है. दरअसल परिवार का नाम प्रधानमंत्री आवास योजना में आ गया था. ऐसे में परिवार अपने खंडहर हो चुके पुराने मकान को नया बनवाने के लिए उसकी खुदाई करवा रहा था. खुदाई के दौरान एक तिजोरी निकलकर सामने आई और हर किसी की नजरें तिजोरी के ऊपर ठहर गईं.
खुदाई के दौरान प्राचीन तिजोरी मिलने की खबर आग की तरह पुरे गांव और क्षेत्र में फैल गई. लोग तिजोरी को दूर-दूर से देखने के लिए आने लगे. तिजोरी मिलने की सूचना मिलते ही पुलिस भी सतर्क हो गई और पुलिस ने तिजोरी के पास पहरा बैठा दिया और मामले की सूचना जिला प्रशासन को दे दी.
दरअसल एटा के जिन्हेंरा निवासी भूप्रकाश माहेश्वरी को प्रधानमंत्री अवास योजना के तहत मकान मिला. पुराने खंडहर हो चुके मकान को खोद कर नया मकान बनाया जाना तय हुआ. इसके लिए पुराने मकान की खुदाई शुरू हुई. खुदाई के दौरान एक तिजोरी निकली. बताया जा रहा है कि ये तिजोरी 200 साल पुरानी है और ये भूप्रकाश माहेश्वरी के पूर्वजों की है.
पूर्वज रहे हैं जमींदार
मिली जानकारी के मुताबिक, भूप्रकाश माहेश्वरी के पूर्वज जमींदार रहे हैं. उनके पास करीब 150 बीघा जमीन थी. इसमें से काफी जमीन को उन्होंने अनेक समाजसेवा के कार्यों के लिए दान कर दिया था. अब परिवार की आर्थिक हालत ज्यादा अच्छे नहीं हैं. परिवार खंडहर हो चुके पुराने मकान में रह रहा था. इसी दौरान उनका नाम आवास योजना में आ गया. इसी बीच खुदाई के दौरान पूर्वजों की यह तिजोरी निकल कर सामने आ गई. ऐसे में अंदाजा लगाया जा रहा है कि इस तिजोरी में भारी मात्रा में सोना-चांदी हो सकता है.
मकान मालिक के पास है 200 साल पुरानी तिजोरी की चाबी
बता दें कि 200 साल पुरानी तिजोरी की चाबी मकान मालिक बुजुर्ग जय प्रकाश माहेश्वरी के पास है. उन्होंने बताया कि तिजोरी में हमारे खानदानी जेवरात और जमीन के कुछ कागजात रखे हुए हो सकते हैं. मकान पुराना था और पुराने समय में इसकी छत भी गिर गई थी और पूर्वजों की ये तिजोरी मलवे में काफी नीचे दब गई थी. उस दौरान इसे निकाला नहीं जा सका. मगर अब खुदाई के दौरान ये बाहर निकल सामने आ गई.
पुलिस द्वारा तिजोरी का ताला प्रशासन की निगरानी में खोला जाएगा. इस दौरान परिवार के सदस्य भी मौजूद रहेंगे. अब देखना ये होगा कि आर्थिक चुनौतियों का सामने कर रहे इस परिवार को आखिर अपने पूर्वजों की इस तिजोरी से क्या मिलता है? तिजोरी में सोना-चांदी है या कोई अन्य समान? ये बहुत जल्द पता चल जाएगा.
ये था तिजोरी के अंदर
शुक्रवार को अधिकारियों की मौजूदगी में इस तिजोरी का ताला ताड़ा गया। इस दौरान 80 वर्षीय वृद्धा भी मौजूद थीं, जिन्होंने बताया था कि ये तिजोरी उनकी है और मकान खंडहर होने के कारण रखने की व्यवस्था नहीं थी, इसलिए तिजोरी को जमीन से नहीं निकाला था। शुक्रवार दोपहर करीब एक बजे सदर तहसीलदार सीपी सिंह की निगरानी में वीडियो रिकॉर्डिंग कराते हुए तिजोरी को खुलवाया गया। इस बीच मौके पर और आसपास के मकानों की छतों पर काफी लोगों की भीड़ मौजूद रही। जो देखना-जानना चाहते थे कि तिजोरी में क्या है? सभी को उम्मीद थी कि पुराने जमाने की इस तिजोरी में काफी आभूषण आदि निकल सकते हैं। लेकिन तिजोरी खुलने पर इस तरह के सभी कयास गलत साबित हुए।
सदर तहसीलदार सीपी सिंह ने बताया की तिजोरी में सोने के एक जोड़ी टॉप्स, एक चांदी का मंगलसूत्र और कुछ पुराने कागजात मिले हैं। इसके अलावा कोई आभूषण या नकदी आदि नहीं मिली है। सारा सामान ग्रह स्वामी के सुपुर्द कर दिया गया है। सारा सामान लिखा-पढ़ी में गृहस्वामी के सुपुर्द कर दिया गया।