हरिद्वार: कुछ दिनों में देश में कांवड यात्रा की शुरुआत होने वाली है। चार जुलाई से 15 जुलाई तक कांवड़ यात्रा निकाली जाएगी। हर साल की तरह एक बार फिर उत्तराखंड में बड़े स्तर पर कांवड़ को लेकर तैयारियां की जा रही हैं। सुरक्षा से लेकर दूसरे इंतजामों पर जोर दिया जा रहा है। इसी कड़ी में अब उत्तराखंड में सात राज्यों की एक अहम बैठक हुई है। स उस बैठक में पुलिस अधिकारियों और आईबी के अधिकारियों ने हिस्सा लिया।
कांवड़ के लिए क्या गाइडलाइन?
बैठक में फैसला लिया गया है कि इस बार 12 फीट से ऊंची कावड़ नहीं ले जाई जाएगी। तर्क दिया गया कि उत्तराखंड में अब हर तरफ रेलवे इलेक्ट्रिफिकेशन हो चुका है, ऐसे में अगर कांवड़ 12 फीट से ज्यादा ऊंची रही तो जान का खतरा हो सकता है। वैसे इस बार भी कांवड़ के दौरान डीजे पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाया गया है। पुलिस की जिम्मेदारी ये रहेगी कि आवाज तय सीमा में ही रहे।
पुलिस की क्या तैयारी?
इस बार एक और बड़ा बदलाव करते हुए कहा गया है कि जो भी कांवड़ यात्रा में शामिल होगा, उन्हें अपने साथ आईडी कार्ड लाना अनिवार्य रहेगा। सभी के पास पहचान पत्र होना चाहिए। ये भी जानकारी दी गई है कि इस साल चार करोड़ से ज्यादा यात्री आ सकते हैं। इसी वजह से सही मैनेजमेंट के लिए कांवड़ मेला क्षेत्र को 12 सुपर जोन, 32 जोन और 130 सेक्टरों में बांट दिया गया है। अब एक तरफ आस्था का ध्यान रखना है, दूसरी तरफ कानून व्यवस्था को भी दुरुस्त रखना है। इसी कोशिश के लिए सभी से साथ मिलकर काम करने की अपील की गई है।