फतेहपुर: पीड़ित पक्ष का आरोप है की प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत मिले आवास को बनवाते समय क्षेत्रीय लेखपाल ने लाभार्थी से पचास हजार रूपये रिश्वत की मांग कर डाली। जब उसे रिश्वत का पैसा न मिला तो लेखपाल ने खुन्नस खाकर निर्माणाधीन मकान को बुल्डोजर से गिरवा दिया। पीड़ित परिवार ने जिलाधिकारी की चौखट पहुंचकर एक शिकायती पत्र देते हुए मामले की जानकारी देते हुए न्याय दिलाये जाने की गुहार लगाई है।
जानकारी के मुताबिक जाफरगंज थाना क्षेत्र के निबावर दरोता लालपुर गांव निवासी छेद्दी देवी पत्नी अमित कुमार ने जिलाधिकारी को दिये गये शिकायती पत्र में बताया कि वह एक गरीब अनुसूचित जाति की महिला है। उसका परिवार पुस्तैनी मकान में लगभग 50 वर्षों से निवास कर रहा है। उसका कच्चा मकान बना हुआ था। उसे प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत आवास मिला। जिसे वह बनवा रही थी। मकान का पूरा काम लगभग हो गया था और छत पड़ रही थी। तभी क्षेत्रीय लेखपाल राजेश दुबे आया और पचास हजार रूपये रिश्वत की मांग करने लगा। जब पैसा न दिया तो लेखपाल ने कहा कि बुल्डोजर से मकान गिरवा देगा। 15 जून की दोपहर लेखपाल बुल्डोजर के साथ आया और मकान गिराने की बात करने लगा। जब वह लोग आरजू मिन्नत करने लगे तो इसके बावजूद लेखपाल ने बुल्डोजर से मकान को ध्वस्त करवा दिया।
बताया कि इसी आराजी पर गांव के अन्य लोगों के घर बने हैं या अभी भी बन रहे हैं। लेखपाल ने लोगों की कालोनी पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है क्योंकि वह लोग लेखपाल को पैसा लेकर काम करवा रहे हैं। बताया कि उसका पति व ससुर विकलांग हैं। वह कर्जा लेकर मकान का निर्माण करा रही थी। मकान निर्माण में लगने वाली सामग्री मोरम, गिट्टी, सरिया, सीमेंट, ईंट व शटरिंग वाले लोग पैसे के लिए उसके पास आ रहे हैं। वह बेहद परेशान है। उसने जिलाधिकारी से मांग किया कि नुकसान का मुआवजा दिलाया जाये व साथ ही लेखपाल के खिलाफ प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जाये। यदि ऐसा नहीं हुआ तो वह परिवार संग आत्महत्या करने के लिए मजबूर हो जायेगी।
खबर साभार – तरुण मित्र via Dailyhunt