हरिद्वारः कांवड़ मेला 2023 की तैयारियों को लेकर उत्तराखंड सरकार काफी सजग दिखाई दे रही है. मंत्रियों की बैठक के बाद शनिवार को गढ़वाल मंडल कमिश्नर (आयुक्त) सुशील कुमार ने भी दो अलग-अलग बैठकें की. पहली बैठक सुशील कुमार ने उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, पंजाब और हरियाणा सहित अन्य राज्यों के अधिकारियों के साथ की. जबकि दूसरी बैठक में हरिद्वार जिले के अधिकारियों के साथ कांवड़ यात्रा की तैयारियों की समीक्षा की गई.
कांवड़ यात्रा 2023 को लेकर हुई बैठक के विषय में गढ़वाल कमिश्नर सुशील कुमार ने बताया कि यात्रा सुचारू रूप से हो सके और आने वाले श्रद्धालुओं को अच्छी सुविधाएं मिले, इस पर गहनता से चर्चा और सुझाव सामने रखे गए हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि 12 फीट से बड़ी कांवड़ को यात्रा में अनुमति नहीं दी जाएगी. डीजे भी नियंत्रित सीमा तक ही बजाए जा सकेंगे. ध्वनि प्रदूषण पर भी कंट्रोल रखा जाएगा. कमिश्नर ने कांवड़ मेले में आने वाले सभी श्रद्धालुओं को अपनी आईडी लाने के लिए कहा है.
बैठक के बाद डीआईजी गढ़वाल केएस नगन्याल ने बताया कि कांवड़ मेले के दौरान मात्र एक सप्ताह के अंदर ही 3 से 6 करोड़ श्रद्धालुओं के हरिद्वार आने की संभावना रहेगी. इस कारण यातायात और भीड़ को व्यवस्थित करना चुनौती पूर्ण रहेगा. इसके तहत 10 पैरामिलिट्री फोर्स की मांग की गई है. साथ ही पीएसी और इंडिया रिजर्व बटालियन (आईआरबी) भी लगाई जा रही है. पूरा मेला क्षेत्र को सुपर जोन, जोन और सेक्टरों में बांटा गया है. उन्होंने बताया कि जो बाइकर्स बिना साइलेंसर वाली बाइकों को लेकर आएंगे, उन्हें आगे जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी. ऐसे कांवड़ियों से सख्ती से निपटा जाएगा.