झांसी : बिना मेहनत के शातिर तरीके से पैसा कमाने के लिए अक्सर लोग नवटरलाल बनकर ठगी करने लग जाते हैं. ऐसा ही एक युवक फर्जी टीटीई बनकर ट्रेन में मुसाफिरों से अवैध वसूली करता था. लेकिन एक जागरुक शख्स की बदौलत उसकी पोल खुल गई. दरअसल शुक्रवार को झांसी से ग्वालियर की ओर आ रही बुंदेलखंड एक्सप्रेस के जनरल कोच में एक टीटीई मुसाफिरों के टिकट चेक कर रहा था. वह टिकट नहीं लेकर यात्रा करने वाले मुसाफिरों के बकायदा चालान भी काट रहा था. लेकिन इसी बीच उसके बर्ताव में एक मुसाफिर को कुछ ऐसा शक हुआ कि उसने कंट्रोल रूम में फोन लगा दिया.
बस फिर क्या था, सूचना मिलने के बाद आरपीएफ की टीम ग्वालियर स्टेशन के प्लेटफार्म पर ट्रेन का इंतजार करने लगी. जैसे ही बुंदेलखंड एक्सप्रेस ग्वालियर स्टेशन पहुंची तो आरपीएफ की टीम ने फर्जी टीटीई से पूछताछ शुरू की. आरोपी ने बताया कि वह नरेश बंजारा है. नरेश के मुताबिक वह श्योपुर जिले का रहने वाला है और उसे दिल्ली के अफसरों ने एक नियुक्ति पत्र दिया है. इसकी एवज में 7 लाख रुपये लिए हैं.
गिरोह की आशंका
आरपीएफ ने इसकी तलाशी ली तो इसके पास से एक नियुक्ति पत्र, दो आईडी कार्ड सहित अन्य दस्तावेज मिले हैं. पूछताछ में खुलासा हुआ कि आरोपी ने 7 लाख रुपये में फर्जी तरीके से नियुक्ति पत्र हासिल किया था. जीआरपी अब इस बात का पता लगाने में जुट गई है कि आखिर एक युवक को फर्जी नियुक्ति पत्र देने के पीछे कोई बड़ा गिरोह तो काम नहीं कर रहा. पुलिस फर्जी टीटीई के जरिए जालसाजी के इस नेटवर्क में शामिल दूसरे आरोपियों तक पहुंचना चाहती है, जिससे पूरे गिरोह का खुलासा किया जा सके.