ऋषिकेश: 28 जून को जी 20 की तीसरी बैठक में आए विदेशी डेलीगेट्स त्रिवेणी घाट पर मां गंगा की भव्य आरती में हिस्सा लेंगे. इस कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर त्रिवेणी घाट पर अधिकारी दिन-रात साज-सज्जा और व्यवस्था बनाने में लगे हैं, लेकिन दो दिन से हो रही भारी बारिश की वजह से व्यवस्थाओं को दुरुस्त करना अधिकारियों के लिए चुनौती बन गया है. मूसलाधार बारिश की वजह से सड़कों का पानी गंदगी के साथ त्रिवेणी घाट पहुंच गया है. जिसे साफ करने में नगर निगम के कर्मचारी लगे हैं.
रविवार की सुबह मूसलाधार बारिश की वजह से त्रिवेणी घाट पर काफी अव्यवस्था फैल गई. सड़कों का पानी तमाम कचरे को साथ लेकर त्रिवेणी घाट से होते हुए गंगा में गिरने लगा. इस दौरान जो नजारा त्रिवेणी घाट पर देखा गया वह लोगों को हैरत में डालने वाला रहा. घाट की ओर जाने वाली सारी सड़कें जलमग्न हो गई. त्रिवेणी घाट पर नदी बहती हुई दिखाई दी. बारिश हल्की हुई तो नगर निगम के कर्मचारी आनन-फानन में घाट को साफ करने के लिए पहुंचे.
ट्रैक्टर ट्राली में कचरा भरकर डंपिंग ग्राउंड ले जाने लगे, लेकिन अन्य व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने में लगे अधिकारियों को काफी फजीहत झेलनी पड़ी. गंगा का जलस्तर बढ़ने से त्रिवेणी घाट के बीच बने टापू पर लाखों रुपए खर्च कर लगाए गए सुंदर फूल घास गंगा में बह गई. मेयर अनिता ममगाईं रविवार दोपहर व्यवस्थाओं को देखने के लिए फिर से त्रिवेणी घाट पहुंची. इस दौरान उन्होंने नगर निगम के कर्मचारियों को जल्द से जल्द घाट पर फैले कचरे को साफ करने के निर्देश दिए. तमाम अधिकारियों से उन्होंने बातचीत कर व्यवस्थाओं को मुकम्मल करने के लिए भी कहा. मेयर ने बताया बारिश की वजह से घाट पर अव्यवस्था तो जरूर फैली हैं लेकिन उन्हें दुरुस्त करने का काम किया जा रहा है.