मोह मे कर लिया था अनाथालय से बच्चे का अपहरण ! ठिकाने बदलना भी नहीं आया काम, ढाई साल बाद दंपत्ति गिरफ्तार, पढ़ें पूरा मामला

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बरेली: नवजात अजनबी था मगर, उसे गोद में खिलाया, सीने से लगाया। उससे ऐसा मोह हुआ कि केयरटेकर अनुचंद्रा कानून के विपरीत कदम उठा बैठी। गोद लेने पर बात नहीं बनी तो ढाई वर्ष पहले उसे चोरी-छिपे वार्न बेबी फोल्ड आश्रय (गृह) से ले गई। शनिवार को पुलिस ने अनुचंद्रा और अपहरण में साथ देने के आरोपित इकबाल सिंह को गिरफ्तार कर लिया। आरोपितों से बरामद बालक आयुष को बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) के समक्ष पेश किया गया, वहां से उसे आर्य समाज अनाथालय भेज दिया गया।

2021 में किया था अपहरण

26 मार्च 2021 को वार्न बेबी फोल्ड से बालक आरुष का अपहरण हुआ था। उस समय वार्न बेबी फोल्ड की प्रियरोज एडमंड ने खन्नू मोहाल्ला निवासी अनुचंद्रा के विरुद्ध अपहरण की प्राथमिकी लिखाई थी। एएचटीयू प्रभारी हरवीर सिंह ने बताया कि कुछ दिन पहले आरुष व अनुचंद्रा के बारे में सूचनाएं मिलीं। सर्विलांस की मदद से पता चला कि अपहरण में इकबाल सिंह भी शामिल है। कुछ समय पहले ही उसने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस) लिया है।

अलग-अलग बदलते रहे ठिकाने

बच्चे तक पुलिस ना पहुंचे, इसके लिए आरोपित अलग-अलग स्थानों पर रहते। शनिवार को बच्चे को लेकर आरोपित जंक्शन की तरफ निकले, तभी दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस के अनुसार, अनुचंद्रा ने स्वीकारा कि सेवा के दौरान आरुष से लगाव हो गया था। उसे अपने पास रखने के लिए वार्न बेबी फोल्ड में प्रार्थना पत्र दिया लेकिन, सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद से बच्चे की चिंता सताने लगी। डर लगने लगा कि उसे किसी अन्य को न सौंप दिया जाए। इकबाल सिंह लखीमपुर खीरी का मूल निवासी है। 15 वर्ष से पत्नी से अलगाव हो गया। उसने बताया कि बरेली में तैनाती के दौरान अनुचंद्रा से परिचय हुआ था। वर्ष 2018 में सेवानिवृति लेकर साथ रहने लगा।

बच्चे को भेजा गया अनाथालय

एएचटीयू व सर्विलांस टीम की मदद से बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया गया है। बच्चे को सीडब्ल्यूसी के समक्ष पेश कर दिया, जहां से उसे आर्य समाज अनाथालय भेज दिया गया। दोनों आरोपितों को न्यायालय के समक्ष पेश कर अग्रिम कार्रवाई की जा रही है। – मुकेश प्रताप सिंह, एसपी क्राइम

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