शिमला: हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए आक्रामक प्रचार अभियान के आखिरी दिन एक दिलचस्प नजारा देखने को मिला. कांग्रेस की महिला कार्यकर्ताओं ने सद्भावना दिखाते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नेता एवं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ गुरुवार को सेल्फी ली. सीतारमण राज्य की राजधानी में भाजपा के उम्मीदवारों के लिए प्रचार करने आई थीं. भाजपा 12 नवंबर को होने वाले चुनावों में सत्ता बरकरार रखने की कोशिश में जुटी है. कांग्रेस की महिला कार्यकर्ता पार्टी नेता प्रियंका गांधी वाड्रा का इंतजार कर रही थीं, तभी उन्होंने शिमला क्लब के पास मॉल रोड से गुजर रहे केंद्रीय वित्त मंत्री के काफिले को देखा. वाड्रा को दोपहर में माल रोड पर एक जन संपर्क अभियान में हिस्सा लेना था.
सीतारमण के साथ मौजूद भाजपा के मीडिया प्रभारी करण नंदा ने कहा, वित्त मंत्री ने जब कांग्रेस कार्यकर्ताओं को अपनी ओर हाथ हिलाते देखा, तो उन्होंने अपना काफिला रोक दिया. वह अपने वाहन से उतरीं और उनसे मिलीं. उन्होंने (कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने) वित्त मंत्री के साथ सेल्फी ली. सूत्रों के अनुसार, जब महिला कांग्रेस प्रमुख ने कांग्रेस का पटका पहने पार्टी समर्थकों को बुलाया, तो उन्होंने अपने नेता को अनसुना करते हुए कहा कि सीतारमण ने महिलाओं को गौरवान्वित किया है और वे उनके साथ सेल्फी लेना चाहती हैं.
प्रियंका का पीएम मोदी पर निशाना
इधर, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने हिमाचल प्रदेश में चुनाव प्रचार के आखिरी दिन गुरुवार को पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) की बहाली के अपने वादे को पर जोर दिया और कहा कि यह कोई जुमला नहीं है जिसे पूरा नहीं किया जा सके. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक बयान को लेकर उन पर परोक्ष रूप से पलटवार करते हुए कहा कि सबको पता है कि आजादी के बाद किसने स्थिर सरकारें दीं और किसने विधायक खरीदकर सरकारें गिराई हैं. उन्होंने हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार के अंतिम दिन अपनी सिरमौर में बड़ी सभा को संबोधित किया और लोगों का अभिवादन भी किया.
कांग्रेस नेता ने लोगों का आह्वान किया कि सोच-समझकर वोट करें और किसी की बातों से गुमराह नहीं हों. हिमाचल प्रदेश में बृहस्पतिवार शाम पांच बजे चुनाव प्रचार खत्म हो गया. प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री का नाम लिए बगैर कहा, भाजपा के बड़े नेताओं ने कहा कि कांग्रेस आपको स्थिर सरकार नहीं दे सकती. आजादी के बाद स्थिर सरकारें किसने दीं और किसने अस्थिरता फैलाई? पैसे से विधायकों को खरीदकर सरकारों को गिराने वाले कौन हैं?
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री मोदी ने बुधवार को राज्य में एक चुनावी सभा में कहा था कि कांग्रेस स्थिर सरकार नहीं दे सकती है. उन्होंने कहा था कि कांग्रेस यदि राज्य में सरकार बनाती है तो केवल विकास को बाधित ही करेगी.