सूरजपुर : जिंदगी की कौन सी घटना मौत का कारण बन जाए, कुछ नहीं कहा जा सकता. बहुत बार इंसान अपने लिए लाभ के लिए काम करता है, लेकिन उसके लिए वही काम उल्टा पड़ जाता है. इसी तरह की एक घटना छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले से सामने आई है, जिसे सुनकर लोग अचंभित हैं.
बताया जा रहा है कि छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में 50 वर्षीय एक व्यक्ति ने अपनी मनौती पूरी होने के बाद एक बकरे की बलि दी. जब वह पके हुए मांस को साथियों और ग्रामवासियों के साथ बैठकर खाने लगा, तो उसने बकरे की एक आंख उठाई और निगल निगल गया. बकरे की आंख उसके गले में फंस गई. वह बुरी तरह परेशान हो गया. छटपटाने लगा. वहां मौजूद लोगों ने उसे बचाने के कई प्रयास किए, लेकिन कुछ काम नहीं आया, और उसकी मौत हो गई.
मनौती पूरी होने पर दी बकरे की बलि
एक ग्रामीण ने बताया कि छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के सूरजपुर (Surajpur) जिले के एक ग्रामीण क्षेत्र के बगर साई नामक एक 50 वर्षीय आदमी ने अपनी मनौती पूरी होने के बाद मंदिर में एक बकरे की बलि चढ़ाने की योजना बनाई थी. मदनपुर गांव के अन्य निवासियों के साथ बगर साई, रविवार को खोपा धाम पहुंचा और बकरे की बलि चढ़ाई. बलि देने के बाद दावत का आयोजन किया गया.
दावत बनी जान की दुश्मन
बताया जा रहा है कि जब सभी भोजन करने लगे तो बगर ने उत्साहित होकर पके हुए मांस से बकरे की एक आंख उठाई, और निगल गया. आंख गले में फंस गई. बगर ने उसे निगलने की कोशिश की, लेकिन बकरे की आंख बगर की गले में फंसी रही, जिससे उसे सांस लेने में परेशानी हुई. वहां मौजूद लोगों ने उसे बचाने का प्रयास किया, लेकिन जब बात नहीं बनी तो उसे जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई.