मेरठ । पश्चिम उत्तर प्रदेश को अलग राज्य बनाने की मांग को लेकर उत्तराखंड बार्डर डाट काली मंदिर से लेकर चली पदयात्रा रविवार को यहां मेरठ कमिश्नरी चौधरी चरण सिंह पार्क पर पहुंची। जहां पर गुरु गोरखनाथ कामधेनु गौ सेवा समिति के संस्थापक /अध्यक्ष व पदाधिकारियों ने पदयात्रा का स्वागत किया एवं कमिश्नरी पार्क स्थित चौधरी चरण सिंह जी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। पदयात्रा के संयोजक राजीव उज्ज्वल ने बताया कि प्रदेश की आबादी 25 करोड़ है। यह छोटे 16 प्रदेशों की आबादी के बराबर है। पश्चिमांचल की सांस्कृतिक व भाषा की भिन्नता अलग होने के कारण हमारी कोई पहचान नही बन पाई है।अत्यधिक बड़ा प्रदेश होने के कारण हमेशा कानून व्यवस्था की समस्या रहती है।
कहा कि पश्चिमांचल हमेशा सभी सरकारों की उपेक्षा का शिकार रहा है। पश्चिमांचल के एक छोर से राजधानी 500 किलोमीटर और हाईकोर्ट 850 किलोमीटर दूर है। न्याय तक पहुंच न होने के कारण दुनिया का सबसे मंहगा न्याय इस क्षेत्र के लोगों को मिलता है।
सरकार के सभी आयोग, मुख्यालय, मंत्रालय लखनऊ या इलाहाबाद होने के कारण आमजन को अत्यधिक परेशानी होती है। उत्तर प्रदेश का कुल 72 प्रतिशत राजस्व यहाँ से मिलता है। खर्च होता है 18 से 20 प्रतिशत। पश्चिमांचल में एम्स, आइआइटी, आइआइएम, एनआइटी जैसे संस्थान होने से वंचित रखा गया है। खेलों की सुविधाएं और एक भी साई स्थापित न होने के कारण हमारे बच्चे खेलों में पिछड जाते हैं। प्रदेश यातायात की सुविधाओं में हमेशा पिछड़ा रहा है। गन्ना उत्पादन करने वाला क्षेत्र है परन्तु किसानों को उनकी फसल के दाम भी समय पर नही मिलते।
इस दौरान गौ रक्षा सेवा समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन बालियान और गुरु गोरखनाथ कामधेनु गौ सेवा समिति के अध्यक्ष सुशील वर्मा व चंद्र प्रकाश शर्मा, तान्या वर्मा, अरुण शर्मा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष गौ रक्षा सेवा समिति, आकाश पांडेय,सिमरन मनीष गोस्वामी प्रदेश महामंत्री गुरु गोरखनाथ कामधेनु गौ सेवा समिति , देवेंद्र शर्मा, मंडल अध्यक्ष गुरु गोरखनाथ कामधेनु गौ सेवा समिति नविता गुप्ता, वार्ड अध्यक्ष गुरु गोरखनाथ कामधेनु गौ सेवा समिति सुभाषचन्द्र, रेशमा, सारिका, सुदेश कुमार पूर्व प्रशाशनिक अधिकारी आद लोग मौजूद रहे।