नई दिल्ली: दुनिया के आठवे अजूबे ताजमहल को तो सब भलीभांति जानते ही हैं. ताजमहल को 16वी सदी मे यमुना नदी के तट पर बनाया गया था. ताजमहल की पूरी दुनिया दीवानी है क्योंकि यह मुगल स्थापत्य कला का एक अद्भुत नमूना है. शाहजहां के सपनों की इस इमारत को देखने के लिए लोग सात समंदर पार से भी दौड़े चले आते हैं. लेकिन क्या आपको मालूम है कि कुछ समय के लिए ताजमहल आगरा से गायब हो गया था? जी हां, यह बिल्कुल सच है आगरा से ताजमहल को कुछ समय के लिए गायब कर दिया गया था. आइए जानते हैं ताजमहल किस तरह गायब हुआ था और इसका कारण क्या था?
पाकिस्तान के निशाने पर था ताजमहल
जब से बांग्लादेश को आजादी दिलाई गई तब से ये माना जा रहा था कि पाकिस्तान भारत पर कभी भी हमला कर सकता है. 3 दिसंबर सन 1971 की रात को पाक एयर फोर्स के विमान भारत की सीमा में घुस आए और एयर स्ट्रिपों को निशाना बनाना शुरू कर दिया था. उस दौरान आगरा का हवाई अड्डा बहुत बड़ा माना जाता था और इसीलिए पाकिस्तान का टारगेट आगरा की हवाई पट्टी भी थी. इसके अलावा, इस बात की जानकारी भी मिली थी कि पाक एयर फोर्स आगरा के ताजमहल को भी निशाना बना सकती है.
इस तरह किया ताजमहल को गायब
भारत सरकार ने शीघ्र ही निर्णय लेकर ताजमहल को ढकने के आदेश दे दिए. 3 दिसंबर की रात को जब पाक एयर फोर्स के विमान भारत की सीमा में घुसे तो पूरे भारत देश में ब्लैक आउट कर दिया गया. ऐसा इसलिए किया ताकि पाक एयरफोर्स कुछ समझ न पाए. आनन-फानन इसी बीच में आगरा के ताजमहल को हरे कपड़े से ढंक दिया गया, ताकि ताजमहल चांदनी रात में पाक एयरफोर्स को दिखाई न दे.
16 बम गिराए थे पाक एयर फोर्स ने
सन 1971 में, आगरा में घुसे पाक एयरफोर्स के विमानों ने कुल 16 बम गिराए थे. यह बताया गया है कि उस समय 3 बम एयर स्ट्रिप पर गिरे थे, लेकिन इससे हवाई अड्डे को आंशिक नुकसान ही हुआ था. इसके अलावा बाकी के 13 बम ब्लैक आउट होने की वजह से शेष हवाई अड्डे के आसपास खेतों में गिरे थे, जिनसे किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ था.