देहरादून: भाजपा ने राहुल गांधी को सुप्रीम कोर्ट से मिली फौरी राहत पर कहा कि संवैधानिक संस्थाओं की आजादी पर सवाल खड़ा करने वाली कांग्रेस के जश्न को देश देख रहा है। आज सत्यमेव जयते कहने वाले कल तक न्यायायिक प्रक्रिया पर उंगली उठाते थे और वह इसे दोहरा सकते है। क्योंकि आगे भी वह राजनैतिक लाभ के लिए उंगली उठाएंगे। प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने राहुल गांधी को लेकर आए उच्चतम न्यायालय के निर्णय को कांग्रेस पर कटाक्ष किया कि उन्हें बेवजह खुश होने और जश्न मानने से बचना चाहिए । क्योंकि शीर्ष न्यायालय ने भी माना है कि राहुल गांधी ने एक पूरे समाज को लेकर अशोभनीय टिप्पणी की है । लिहाजा न्यायालय ने तात्कालिक रूप में सिर्फ सजा पर ही रोक लगाई है । दरअसल न्यायालय को राहुल को दी गई सजा की अविधि को अधिक स्पष्टता चाहिए और निर्दोष वायनाड की जनता से अन्याय न हो इसीलिए उनकी सजा पर सुनवाई पूरी होने तक रोक लगाई है ।
उन्होंने कटाक्ष किया कि कांग्रेसी ऐसे जश्न मना रहे हैं जैसे राहुल ने कोई बड़ी उपलब्धि हासिल की हो । प्रदेश अध्यक्ष भट्ट ने कांग्रेस को याद दिलाया कि उनके यही नेता देश में ही नही विदेश में भी भारत में संवैधानिक संस्थाओं के समाप्त होने का दावा कर रहे थे । अब यही लोग न्यायलय से मिली फौरी राहत को सच्चाई और न्याय की जीत बताकर, अधूरी शादी में पूरा जश्न मना कर गलतफहमी पाल रहे हैं ।
भट्ट ने जश्न में डूबे कांग्रेसियों के अनर्गल आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि लोकतंत्र की हत्या के दोषी वो हैं जिन्होंने देश की सत्ता में रहते 90 के दशक मे भाजपा शासित 4 राज्यों की सरकारों को बर्खास्त करने का अपराध किया है। उन्होंने अपने खिलाफ आए न्यायालय के निर्णय की सजा देश को आपातकाल के रूप में देने का कृत्य किया और शक्तिशाली प्रधानमंत्री ने अकेले ही 50 बार राज्यों में लोकतंत्र का गला घोंटा है। भट्ट ने कहा कि कांग्रेस का क्षणिक राहत को जीत साबित करने की इस रणनीति को जनता बखूबी पहचानती है । साथ ही जनता भी कांग्रेस को उनके इस फरेब के लिए 2014 और 2019 की तरह 2024 के चुनाव में जरूर दंडित करेगी ।