न्यूज़ डेस्क : भारत के चंद्रयान-3 के चांद पर लैंड होने के बाद स्पेस और उससे जुड़ी चीजों को लेकर गूगल सर्च बढ़ गया है. यानी लोग अंतरिक्ष के बारे में अब ज्यादा जानकारी जुटा रहे हैं, साथ ही इससे जुड़े कई सवाल भी गूगल बाबा से पूछ रहे हैं. अंतरिक्ष को लेकर कई तरह के मिथक भी फैलाए गए हैं, जो पिछले कई सालों से चलते आ रहे हैं. इन्हीं मिथकों में से एक ये भी है कि अंतरिक्ष में जाने के बाद किसी इंसान की उम्र बढ़ना बंद हो जाती है, इसमें दावा किया जाता है कि अंतरिक्ष में जाने के बाद आप हमेशा जवान रह सकते हैं. आइए आपको बताते हैं कि इसका सच क्या है…
अंतरिक्ष यात्रियों में कई तरह के बदलाव
दरअसल पिछले कई दशकों से अंतरिक्ष में तमाम देशों ने अपने एस्ट्रोनॉट्स को भेजा है. जिन्होंने कई दिन अंतरिक्ष में बिताए और इसके रहस्यों को जानने की कोशिश की. अंतरिक्ष से लौटने वाले यात्रियों में कई तरह के बदलाव भी देखे गए, नासा ने ऐसे यात्रियों पर स्टडी की और समझा कि उनमें क्या-क्या बदलाव आए हैं. अंतरिक्ष से लौटने के बाद एस्ट्रोनॉट्स में खून की कमी सबसे आम है. इसे स्पेस एनीमिया भी कहा जाता है.
क्या अंतरिक्ष में नहीं बढ़ती है उम्र?
अब उस सवाल पर आते हैं कि क्या अंतरिक्ष में वाकई उम्र का बढ़ना कम हो जाता है. इस बात का पता लगाने के लिए नासा ने एक टेस्ट किया, जिसमें दो जुड़वा भाइयों को लिया गया. ये दोनों भाई एस्ट्रोनॉट थे, इनमें से एक को स्पेस में भेजा गया और दूसरे को पृथ्वी पर रखा गया. स्कॉट केली ने 340 दिन अंतरिक्ष में बिताए, वहीं जुड़वा भाई मार्क धरती पर रहा.
कुछ हद तक उम्र पर पड़ता है असर
जब अंतरिक्ष से लौटे स्कॉट केली का परीक्षण किया गया तो पाया गया कि उनके जीन्स में कई तरह के बदलाव हुए हैं. उनके डीएनए में कुछ ऐसे बदलाव देखे गए जो पृथ्वी पर नहीं होते हैं. यही वजह थी कि अपने भाई मार्क के मुकाबले स्कॉट ज्यादा जवान नजर आ रहे थे. हालांकि अगले 6 महीने में स्कॉट केली के जीन्स में हुआ बदलाव सामान्य हो गया. यानी लंबे समय तक स्पेस में रहने के बाद कुछ ऐसे बदलाव जरूर होते हैं, जिनसे आप अपनी उम्र के बाकी लोगों की तुलना में थोड़े जवान दिख सकते हैं.