चंदौली : जिस गुब्बारे को फुलाकर सात वर्षीय अनुराग अपना मनोरंजन कर रहा था, वही उसकी मौत की वजह बन जाएगा ऐसा किसी ने सपने में भी नहीं सोचा था। कक्षा एक के छात्र अनुराग की जान इसी गुब्बारे के फटने और उसकी श्वास नली में जा चिपकने के कारण चली गई। घटना कमालपुर के बहेरी गांव में शनिवार देर शाम हुई। पंकज खरवार का बेटा अनुराग स्कूल से घर आने के बाद गुब्बारा फुलाकर खेल रहा था। इसी बीच गुब्बारा फट गया। इससे नाराज अनुराग फटे गुब्बारे को चबाने लगा।
गुब्बारे का टुकड़ा श्वास नली में अटका
गुब्बारे का एक टुकड़ा उसकी श्वास नली में जाकर अटक गया और कुछ ही क्षणों बाद अनुराग छटपटाने लगा। आनन-फानन में स्वजन कमालपुर स्थित चिकित्सालय ले गए, जहां डाक्टरों ने जिला अस्पताल रेफर कर दिया। जिला अस्पताल के चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
अनुराग गांव के आदर्श पब्लिक स्कूल में कक्षा एक में पढ़ता था। बाल रोग विशेषज्ञ डा. मनीष दयाल का कहना है कि गुब्बारे का टुकड़ा बच्चे की श्वास नली में चिपक गया, जिससे उसकी मौत हो गई।
चबाकर निगलने पर गुब्बारा पेट में चला जाए तो मृत्यु की आशंका नहीं रहती, किंतु चबाने के दौरान बच्चे ने सांस खींची तो गुब्बारे का टुकड़ा उसकी श्वास नली में पहुंचकर उसे अवरुद्ध कर सकता है, जिससे मृत्यु हो सकती है। -डा. एसके चतुर्वेदी, चिकित्सा प्रभारी, राजकीय महिला चिकित्सालय, पीडीडीयू नगर।