मैनपुरी. उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले से एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गया है. इस वीडियो में एक युवती का शव अस्पताल के बाहर बाइक पर रखा है. परिजन शव को संभालने की कोशिश करते हैं. परिजनों में चीख-पुकार मच जाती है. ये वीडियो वायरल होने के बाद पूरे उत्तर प्रदेश में हड़कंप मच गया है. आरोप है कि झोला छाप डॉक्टर के गलत इलाज के कारण 18 साल युवती की मौत हो गई. मामले में विवाद बढ़ता देख जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने आनन-फानन में अस्पताल को सील कर दिया. इस मामले की जांच की जा रही है.
मैनपुरी में गलत इंजेक्शन लगाये जाने की वजह से एक युवती को अपनी जान गंवानी पड़ी। जिस झोलाछाप डॉक्टर ने यह नीच हरकत की है, उसने 20 हजार रुपये लेने के बाद लड़की का इलाज शुरू किया था।
अमानवीयता की हद तो तब पार हो गई जब मरने के बाद इस लड़की को अस्पताल स्टाफ ने बाहर लाकर बाइक पर पटक… pic.twitter.com/prN1y8nXIC
— UP Congress (@INCUttarPradesh) September 28, 2023
बताया जा रहा है कि जनपद मैनपुरी का स्वास्थ्य महकमा प्राइवेट चिकित्सकों और झोलाछाप डॉक्टरों पर अपनी मेहरबानी दिखा रहा है. इस वजह से आए दिन विभाग के संरक्षण में फल फूल रहे चिकित्सकों के गलत उपचार के चलते मरीजों की मौतें हो रही हैं. कार्रवाई न होने के चलते चिकित्सकों के हौसले बुलंद हैं. गलत इलाज का हैरान करने वाला मामला जनपद मैनपुरी के कस्बा घिरोर में भी सामने आया है. आरोप है कि करहल रोड पर स्थित राधा स्वामी हॉस्पिटल के अस्पताल संचालक ने एक 18 वर्षीय बच्ची का गलत उपचार कर दिया. इस वजह से बच्ची की मौत हो गई.
इसके बाद हैरान करने वाले घटनाक्रम में लड़की की मौत के बाद अस्पताल संचालक रवि यादव ने अमानवीयता दिखाई. उसने उसके शव को बाहर निकाल कर परिजनों की बाइक पर बैठा दिया. परिजनों ने जब उसकी इस हरकत का विरोध किया तो रवि ने शव को जमीन पर फेंक किया. इसके बाद वह कार में सवार होकर फरार हो गया. इस दौरान उसका वहां मौजूद लोगों से विवाद भी हुआ. लेकिन, वह किसी तरह भाग गया.
जिला प्रशासन ने सील किया अस्पताल
इसके बाद परिजनों ने घटना की सूचना कोतवाली घिरोर पुलिस को दी. सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस ने मृतका भारती के शव का पंचनामा भर कर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया. भारती कक्षा 11 की छात्रा थी. इधर, मीडिया द्वारा जानकारी देने पर स्वास्थ्य महकमे की नींद जागी और आनन फानन में मुख्य चिकित्साधिकारी ने टीम को भेजकर अस्पताल को सील कर दिया.