महोबा: यूपी के महोबा रेलवे स्टेशन में ‘प्रधानमंत्री कार्यालय’ (PMO) और सीबीआई (CBI) के फर्जी अधिकारी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. उसके पास से PMO सहित राजस्थान सीएम कार्यालय के आधा दर्जन फर्जी आईडी कार्ड भी बरामद हुए हैं. पकड़ा गया शातिर अभियुक्त CBI अधिकारी बनकर ट्रेन में बिना टिकट यात्रा कर रहा था.
टीटीई और जीआरपी पुलिस द्वारा टिकट मांगने पर खुद को CBI अधिकारी बताकर धौंस दिखाने लगा. लेकिन शक होने पर पुलिस ने आरोपी को पकड़ लिया. तलाशी के दौरान उसके पास से कई फर्जी आईडी कार्ड बरामद किए गए. यदि समय रहते जीआरपी पुलिस उसे न पकड़ती तो शायद वो कोई बड़ी वारदात को अंजाम दे सकता था. फिलहाल, आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेजा गया है.
जानिए पूरा मामला
बता दें कि यह पूरा मामला महोबा रेलवे स्टेशन का है, जहां जीआरपी पुलिस ने एक शातिर अभियुक्त को गिरफ्तार किया है. बताया जाता है ट्रेन में बिना टिकट यात्रा कर रहे उक्त आरोपी से जब टीटीई ने टिकट मांगा तो वह भड़क उठा और खुद को CBI का अधिकारी बताकर धौंस दिखाने लगा.
ट्रेन में महोबा जीआरपी पुलिस भी मौजूद थी, जिसने उससे आईडी कार्ड मांगा. इसपर उसने PMO का फर्जी कार्ड दिखाया. पहले खुद को सीबीआई अधिकारी बताने के बाद पीएमओ का कार्ड दिखाने पर पुलिस का शक बढ़ गया. कुछ ही देर में आरोपी से कड़ाई से पूछताछ करने पर उसकी कलई खुल गई.
तलाशी में अभियुक्त के पास से 6 फर्जी आई कार्ड बरामद किए गए, जिसमें प्रधानमंत्री कार्यालय का आईडी कार्ड सहित राजस्थान मुख्यमंत्री कार्यालय और वीवीआईपी आईडी कार्ड शामिल हैं. जिन्हें दिखाकर आरोपी सब पर रौब झाड़ता था और ट्रेन में बिना टिकट एसी कोच में सफर करता था. पकड़े गए अभियुक्त का नाम प्रवेश दुबे बताया जा रहा है.
पूछताछ में पता चला कि शातिर अभियुक्त मिर्जापुर का रहने वाला है और अक्सर ट्रेन में फर्जी आईडी कार्ड दिखाकर अपराधों को अंजाम देता है. ऐसे में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. जीआरपी पुलिस द्वारा अभियुक्त के खिलाफ धारा 419, 420, 467, 471 सहित 137 रेलवे एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेजा गया है.
जीआरपी थाना प्रभारी अखिलेश कुमार सिंह और उनकी टीम हेड कांस्टेबल करूणेंद्र और यादवेंद्र द्वारा उक्त शातिर अभियुक्त को गिरफ्तार करने में कामयाबी पाई है. अब उसके आपराधिक इतिहास की जानकारी जुटाने में पुलिस लगी हुई है.