देहरादून: देहरादून के सिविल सर्विस इंस्टीट्यूट मे संजीवनी दिवाली फेस्ट का आयोजन हर साल की तरह इस साल भी किया गया। उत्तराखंड सिविल सर्विसेज में कार्यरत सभी अधिकारियों की पत्नियों द्वारा इस आयोजन को किया जाता है जिसमें मुख्य सचिव डॉक्टर संधू की पत्नी समेत वरिष्ठ आईएएस अधिकारी और कई पीसीएस अधिकारियों की पत्नियाँ मौजूद रही।
इस दौरान संजीवनी कार्यक्रम की नींव रखने वाली पूर्व मुख्य सचिव डॉ मधुरकर गुप्ता की पत्नी को भी इस कार्यक्रम में विशेष अतिथि के तौर पर निमंत्रण दिया गया था उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि उनके द्वारा ही इस कार्यक्रम की शुरुआत की गई थी और इस कार्यक्रम का मकसद सभी अधिकारियों की पत्नियों को एक मंच पर लाना था। उन्होंने बताया कि उनका जन्म महाराष्ट्र में हुआ लेकिन उनके आगे से ज्यादा जीवन उत्तराखंड के अलग-अलग जगह पर बीता है।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड से राज्य नहीं है बल्कि यहां पर अपनों की मौजूदगी का एहसास होता है और जो कुदरत का मजा और अनुभव उत्तराखंड में लिया जा सकता है वह मजा पूरे हिंदुस्तान में कहीं नहीं मिल सकता। उन्होंने कहा कि जहां एक और इस कार्यक्रम के माध्यम से कई तरह के उत्पादों को बढ़ावा दिया जाता है वहीं उन्होंने अन्य महिलाओं से अनुरोध किया कि वह एजुकेशन के नाम पर एक मेले का आयोजन करें क्योंकि उत्तराखंड और देहरादून पढ़ाई के नाम पर पहले स्थान पर है।
वही प्रदेश के मुख्य सचिव डॉ संधू की पत्नी हरलीन कौर ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि संजीवनी उत्तराखंड के सिविल सर्विसेज में कार्यरत सभी अधिकारियों की पत्नियों द्वारा संचालित एक संस्था है और यहां से जो भी आय प्राप्त होती है वह सामाजिक कार्यों में लगाई जाती है। उन्होंने कहा कि हमारी संस्था द्वारा आज की यंग जनरेशन में ड्रग्स सेक्सुअल हैरेसमेंट और अन्य तरह के क्राइम्स के बारे में जागरूक किया जाता है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य उन लोगों को एक प्लेटफार्म देना है जो लोग अपना स्टार्टअप कर रहे हैं और इसके माध्यम से वह लोग अपना काम आसानी से कर सके। उसके साथ ही उन्होंने जानकारी दी कि उनके संस्था द्वारा स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से अलग-अलग जिलों में चश्मो का वितरण करेंगे ताकि जिन लोगों को चश्मा की जरूरत हो उन लोगों तक आसानी से यह मदद पहुंच सके और उनकी समस्या का निदान हो सके।