नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से आज गुजरात में सूरत डायमंड बोर्स (SDB) का उद्घाटन किया गया है। ये दुनिया का सबसे बड़ा ऑफिस स्पेस है, जहां 4,200 से ज्यादा डायमंड ट्रेडिंग ऑफिस होंगे। अब तक देश की आर्थिक राजधानी मुंबई को डायमंड ट्रेडिंग का हब माना जाता है, लेकिन एसडीबी की ओपनिंग के बाद ज्वेलरी और डायमंड ट्रेडिंग में सूरत भी एक बड़े हब के रूप में उभरेगा।
क्या है सूरत डायमंड बोर्स?
सूरत डायमंड बोर्स (SDB) एक प्लान डायमंड ट्रेडिंग बिजनेस सेंटर है, जिसकी स्थापना डायमंड ट्रेडिंग बिजनेस को मुंबई से सूरत शिफ्ट करने के लिए की गई है। मौजूदा समय में सूरत डायमंड पोलिश और कटिंग का हब है और अभी सूरत में डायमंड ट्रेडिंग महिधरपरा हीरा बाजार और वराछा हीरा बाजार में होती है। जहां व्यापारी बिना किसी सुरक्षा के सड़क पर ही खुले में लेनदेन करते हैं। इस कारण से एक बड़ी संख्या में डायमंड ट्रेडिंग मुंबई के बीकेसी यानी बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स में होती है। जहां इंटरनेशनल बायर्स के साथ कई आधुनिक सुविधाएं भी मौजूद हैं।
Surat Diamond Bourse showcases the dynamism and growth of Surat's diamond industry. It is also a testament to India’s entrepreneurial spirit. It will serve as a hub for trade, innovation and collaboration, further boosting our economy and creating employment opportunities. https://t.co/rBkvYdBhXv
— Narendra Modi (@narendramodi) July 19, 2023
दुनिया का सबसे बड़ा ऑफिस स्पेस
सूरत डायमंड बोर्स को 66 लाख स्क्वायर फीट एरिया में बनाया गया है। एरिया के हिसाब से ये अब तक सबसे बड़ी ऑफिस बिलडिंग यूएस के पेंटागन से भी बड़ा है। एसडीबी में 4,200 से ज्यादा ऑफिस मौजूद हैं, जिन्हें 300 स्क्वायर फीट से लेकर 1,15,000 स्क्वायर फीट के एरिया में बनाया गया है। इस बोर्स में 9 टावर है, जिसमें हर एक टावर में 15 फ्लोर को बनाया गया है।
इसे लेकर पीएम मोदी ने भी एक्स हैंडल पर ट्विट किया है, जिसमें उनकी ओर से कहा गया है कि सूरत डायमंड बोर्स सूरत के हीरा उद्योग की गतिशीलता और विकास को प्रदर्शित करता है। यह भारत की उद्यमशीलता की भावना का भी प्रमाण है। यह व्यापार, इनोवेशन और सहयोग के केंद्र के रूप में काम करेगा, हमारी अर्थव्यवस्था को और बढ़ावा देगा और रोजगार के अवसर पैदा करेगा।
डायमंड कारोबारियों के लिए सभी सुविधाएं मौजूद
इस डायमंड बोर्ड में हीरा कारोबारियों की सभी सुविधाओं का ख्याल रखा गया है। यहां इन्फ्रा को डायमंड कारोबारी की सुविधाओं को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है। इसके साथ ही डायमंड की पोलिश, डायमंड मैन्यूफैक्चरिंग मशीन, सॉफ्टवेयर, डायमंड क्वालिटी सर्टिफिकेट, लेब डायमंड्स और इंटरनेशनल एवं नेशनल खरीदारों के लिए 27 डायमंड ज्वैलरी रिटेल आउटलेट जैसी सुविधाएं भी सूरत डायमंड बोर्स में होंगी।
सूरत डायमंड बोर्स की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक, इस सेंटर की ओपनिंग के 1.5 लाख लोगों को सीधे तौर पर इसके जरिए रोजगार मिलेगा। मौजूदा समय में सूरत में लाखों लोग डायमंड कारोबार से जुड़े हुए हैं। इसका सीधा फायदा भी सूरत के डायमंड कारोबारियों को मिलेगा।
सुरक्षा का भी रखा गया पूरा ध्यान
सूरत डायमंड बोर्स में सुरक्षा का भी खास ख्याल रखा गया है। पूरें कैंपस में 4,000 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों को लगाया गया है। इसके साथ ही लोगों की प्रवेश और निकासी के स्थान भी विशेष सुरक्षा उपकरणों को लगाया गया है।
कितनी बड़ी है सूरत की डायमंड इंडस्ट्री?
दुनिया में इस्तेमाल किए जाने वाले 90 प्रतिशत हीरों की सूरत में कटिंग और पोलिशिंग की जाती है। इसका औसत टर्नओवर करीब 3 लाख करोड़ रुपये का है। इसके जरिए करीब 15 लाख लोगों को सीधे रोजगार मिलता है।