नई दिल्ली: देश विरोधी गतिविधियों को लेकर केंद्र सरकार की कार्रवाई लगातार जारी है। अब गृह मंत्रालय की ओर से ‘मुस्लिम लीग जम्मू कश्मीर (मसरत आलम गुट)’/MLJK-MA को UAPA के तहत एक ‘गैरकानूनी संघ’ घोषित कर दिया गया है। इस संगठन और इसके सदस्यों को जम्मू-कश्मीर में राष्ट्र विरोधी और अलगाववादी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगा है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी इस फैसले को लेकर ट्वीट किया है।
क्यों हुई कार्रवाई?
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस कार्रवाई के बारे में ट्वीट कर के जानकारी दी है। उन्होंने लिखा है कि मुस्लिम लीग जम्मू कश्मीर (मसरत आलम गुट) के सदस्य जम्मू-कश्मीर में राष्ट्र विरोधी और अलगाववादी गतिविधियों में शामिल थे। ये आतंकवादी गतिविधियों का समर्थन करते हैं और लोगों को भड़काते हैं। इस कारण इस संगठन को UAPA कानून के तहत ‘गैरकानूनी संगठन घोषित किया गया है।
इस्लामी शासन स्थापित करना चाहते थे
गृह मंत्री अमित शाह ने बताया है कि मुस्लिम लीग जम्मू कश्मीर (मसरत आलम गुट) और इसके सदस्य आतंकवादी गतिविधियों का समर्थन करते हैं और लोगों को जम्मू-कश्मीर में इस्लामी शासन स्थापित करने के लिए भड़काते हैं। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी की सरकार का संदेश स्पष्ट है कि हमारे राष्ट्र की एकता, संप्रभुता और अखंडता के खिलाफ काम करने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा और उसे कानून के पूर्ण प्रकोप का सामना करना पड़ेगा।
पाकिस्तान से फंड इकट्ठा करने का दावा
जम्मू-कश्मीर के इस संगठन और इसके सदस्यों पर पाकिस्तान समेत प्रॉक्सी संगठनों से फंड इकट्ठा करने का भी दोषी पाया गया है। इस फंड का इस्तेमाल गैरकानूनी काम, आतंकियों को समर्थन और सेना पर पत्थरबाजी करने में किया जाता था। इसके अलावा MLJK-MA पर प्रतिबंधित आतंकी संगठनों से लिंक होने के भी आरोप लगे हैं। संगठन द्वारा ये काम भारत के संवैधानिक शासन और देश की संप्रभुता के प्रति अनादर को दर्शाता है।