बागेश्वर: बाबा बागनाथ की नगरी बागेश्वर के कपकोट में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रोड शो किया. साथ ही ‘चेलि ब्वारयूं कौतिक’ मातृशक्ति उत्सव कार्यक्रम में शिरकत की. रोड शो दौरान हजारों की संख्या में लोग उमड़े और सीएम धामी का भव्य स्वागत किया. वहीं, सीएम धामी ने कहा कि मातृशक्ति के बिना राज्य और देश का विकास संभव नहीं है. बेटी दो घरों को जोड़ती हैं. बेटियों को शिक्षित करने के साथ ही आत्मरक्षा के गुर भी सिखाएं.
विभिन्न ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक धरोहरों को समेटे कपकोट, बागेश्वर की पावन धरा पर आयोजित रोड शो के दौरान विभिन्न क्षेत्रों से हजारों की संख्या में पहुंचे युवाओं, मातृशक्ति, बुजुर्गों एवं बच्चों का असीम स्नेह, आशीर्वाद और अभूतपूर्व समर्थन प्राप्त हुआ। pic.twitter.com/j9KWiibX9d
— Pushkar Singh Dhami (Modi Ka Parivar) (@pushkardhami) January 2, 2024
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मातृशक्ति उत्सव में संबोधित करते हुए कहा कि आज जिन योजनाओं का शिलान्यास किया गया है, ये सभी योजनाएं बागेश्वर के विकास में मिल का पत्थर साबित होंगी. विभिन्न महिला समूह ने प्रदर्शनी भी लगाई है, जो प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत की कल्पना को धरा पर उतार रही हैं. उत्तराखंड राज्य भी महिला शक्ति के आंदोलन से मिला है. महिलाएं अपने परिवार के साथ ही राज्य के हितों का भी ख्याल रखती हैं.
सीएम धामी ने कहा कि पुराणों में बताया गया है कि ‘यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवताः’ जिस राष्ट्र की मातृशक्ति शिक्षित हो, वहां का विकास कोई नहीं रोक सकता है. पीएम मोदी ने ‘बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ’ का जो मंत्र दिया है, उसे बागेश्वर की मातृशक्ति ने अपनाकर पूरे राज्य का नाम रोशन किया है. एक बेटी दो घरों को जोड़ती है. इसके लिए उसकी पढ़ाई महत्वपूर्ण है.
कन्यादान से बड़ा पुण्य कोई नहीं है, लेकिन इसका लाभ तभी मिलेगा, जब अपनी बेटियों को शिक्षित करें और उसे विद्या दान दें. सीएम धामी ने अपील करते हुए कहा कि बेटियों को शिक्षित करने के साथ ही आत्मरक्षा के गुर भी सिखाएं. आज की नारी अब अबला नहीं वो हर प्रकार से सबला है. वो सशक्तिकरण की ओर बढ़ रही है. महिलाओं और माताओं को आगे बढ़ाने के लिए आज कई काम हो रहे हैं, जो भारत की शानदार तस्वीर पेश करती हैं. सरकारी नौकरियों में बहनों के लिए 30 प्रतिशत का आरक्षण भी लागू किया गया है.