देहरादून। देशभर में बढ़ रही कोरोना संक्रमितों की संख्या के बीच उत्तराखंड में एक नया सब वेरिएंट जेएन.1 मिला है। कुछ दिन पूर्व कोरोना संक्रमित मिली 72 वर्षीय महिला का सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग लिए भेजा गया था। जिसमें जेएन.1 वेरिएंट की पुष्टि हुई। राहत की बात यह है कि महिला अब रिकवर हो चुकी है और पूरी तरह स्वस्थ है। वहीं, बुधवार को ऋषिकेश में एक विदेशी महिला में कोरोना की पुष्टि हुई है, जिनको आइसोलेट कर दिया गया है। साथ ही सैंपल की जीनोम सीक्वेंसिंग कराई जा रही है।
सामने आए है कोरोना के तीन मामले
उत्तराखंड में बीते एक पखवाड़े में कोरोना के तीन मामले आए हैं। इनमें निजी अस्पताल में भर्ती रहे 77 वर्षीय बुजुर्ग का सैंपल जांच के लिए दिल्ली भेजा गया था। पर कोरोना जांच रिपोर्ट देने के बाद संबंधित लैब ने सैंपल नष्ट कर दिया। जिस पर उक्त सैंपल की जीनोम सीक्वेंसिंग नहीं हो पाई।
72 वर्षीय महिला में हुई थी कोरोना की पुष्टि
वहीं देहरादून में 72 वर्षीय महिला में भी कोरोना की पुष्टि हुई थी। थायराइड व हृदय रोग से पीड़ित महिला ईसी रोड स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती थीं। जिसे निजी लैब से कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया। महिला चार दिन अस्पताल में भर्ती रही। चार जनवरी को उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज कर होम आइसोलेशन में भेज दिया गया था।
रिकवर हो चुकी है महिला
राज्य में एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम के राज्य नोडल अधिकारी डा. पंकज सिंह ने बताया कि महिला का सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए दून मेडिकल कॉलेज भेजा गया था। जिसमें जेएन.1 वेरिएंट की पुष्टि हुई है। पर घबराने की कोई बात नहीं है। महिला रिकवर हो चुकी है और पूरी तरह स्वस्थ है।
सामुदायिक स्तर पर नहीं हुआ है कोरोना का प्रसार
डा. पंकज सिंह ने कहा कि इस बात का अभी तक कोई प्रमाण नहीं है कि प्रदेश में कहीं भी कोरोना का सामुदायिक स्तर पर प्रसार हुआ हो। बस इक्का-दुक्का ही मामले आए हैं। फिर भी लोग अपने स्तर पर एहतियात बरतें। मास्क, शारीरिक दूरी व सैनिटाइजेशन का ख्याल रखें। इससे न केवल कोरोना बल्कि अन्य संक्रमण से भी आप बचे रहेंगे। उन्होंने बताया कि बुधवार को ऋषिकेश में एक विदेशी महिला में कोरोना की पुष्टि हुई है।