पटियाला: आपने कई चमत्कार होते देखे होंगे, लेकिन इस शख्स के साथ जो चमत्कार हुआ, उसके बारे में जानकर कोई यकीन नहीं कर पाएगा। जिस इंसान को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया, वह अचानक जी उठा तो परिवार वालों के होश उड़ गए।
डॉक्टर्स भी हैरान हैं और इसे साइंस से ऊपर भगवान का चमत्कार मान रहे हैं। शख्स की हालत अभी भी नाजुक है, लेकिन मामले के वीडियो वायरल हो रहे हैं। मामला पंजाब के पटियाला जिले का है। मरकर जिंदा हुए शख्स का नाम दर्शन सिंह बराड़ है, जिनकी उम्र 80 साल है। वे करनाल के निसिंग के रहने वाले हैं।
VIDEO | Darshan Singh, who was 'declared dead' by doctors in Punjab's Patiala, is undergoing treatment at a hospital in Karnal. Singh is alive, but said to be in critical condition.
Follow this thread to read the details of the 'miracle' as narrated by Singh's family member. pic.twitter.com/U5Th4U4Osd
— Press Trust of India (@PTI_News) January 12, 2024
झटका लगा और चलने लगीं धड़कनें
वहीं दर्शन सिंह के पोते ने बताया कि वे दादा के शव को एंबुलेंस में पटियाला से करनाल लेकर जा रहे थे। अचानक एंबुलेंस गड्ढे के ऊपर से गुजरी और जोरदार झटका लगा। इसके कुछ ही सेकेंड बाद उन्होंने दादा का हाथ हिलते देखा। थोड़ा हिलाने पर वे सांस लेने लगे। उनकी धड़कनें महसूस होने लगीं।
VIDEO | "All the relatives had reached home yesterday and arrangements had been made for the last rites. Suddenly, doctors at hospital in Nising called and said that he is fine. This is a miracle," says a relative of Darshan Singh. pic.twitter.com/kui2k8YzkH
— Press Trust of India (@PTI_News) January 12, 2024
करनाल रेफर किए गए दर्शन सिंह
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बराड़ परिवार ने दर्शन सिंह के अंतिम संस्कार की तैयारी कर ली थी। रिश्तेदार इकट्ठा थे। पाठ भी रख लिया गया था, लेकिन दर्शन सिंह के शव को पटियाला से करनाल ले जाते समय एंबुलेंस कैथल में ढांड के पास एक गड्ढे में फंस गई और झटके से ऊपर उठी। इससे दर्शन सिंह की धड़कनें चलने लगीं।
दर्शन सिंह अब करनाल के NP रावल अस्पताल में भर्ती है। डॉक्टरों की निगरानी में हैं। हालत नाजुक है, लेकिन स्थिर बनी हुई है। बराड़ परिवार के सदस्यों ने घटना को बहुत बड़ा चमत्कार बताया है और दर्शन सिंह के जल्द स्वस्थ होकर घर आने की कामना कर रहे हैं।
यह देखकर उन्हें अपनी आंखों पर यकीन नहीं हुआ। उन्होंने तुरंत एंबुलेंस ड्राइवर को नजदीकी अस्पताल चलने के लिए कहा। अस्पताल पहुंचकर जांच कराने पर डॉक्टरों को दिखाया तो उन्होंने दादा को जिंदा घोषित कर दिया। यह खुशखबरी उन्होंने तुरंत परिजनों को फोन करके दी।