देहरादून । सांस्कृतिक विरासत को संजोने का नाम है संगम । संगम ट्रस्ट के सालाना समारोह को सम्बोधित करते हुए यह बात आई जी सीआरपीएफ भानु प्रताप सिंह ने कहीं । मकरसंक्रांति के अवसर पर संगम परिवार के बार्षिकोत्सव को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए भानु प्रताप सिंह ने सबको मकरसंक्रांति की बधाई देते हुए कहाँ की संगम ट्रस्ट जो सामाजिक कार्यों के साथ संस्कार और अपनी संस्कृति के संरक्षण का कार्य कर रही है वह अद्भुत है जिसकी मैं सराहना करता हूँ और अध्यक्ष डाक्टर राजेश जी के साथ पूरी संगम परिवार को बधाई देता हूँ । वह संगम ट्रस्ट के नवें स्थापना दिवस के उपलक्ष पर मकर संक्रांति पर आयोजित संगम मिलन समारोह पर बतौर मुख्यअतिथि सम्बोधित कर रहे थे । पूर्व विधायक सुरेश जैन ने संगम ट्रस्ट के कामों की सराहना करते हुए ट्रस्ट को और मजबूती से समाजसेवा की बात की । कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए संगम ट्रस्ट के अध्यक्ष डा. राजेश कुमार तिवारी ने आश्वस्त किया कि जिन उद्देश्यों को लेकर संगम ट्रस्ट बनाया गया है उसका पूरी ईमानदारी से निर्वहन किया जा रहा है और भविष्य में भी किया जाएगा ।
संगम ट्रस्ट के बिषय में सचिव धीरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि विपरीत परिस्थितियों में संगम कैसे ज़रूरत मंदलोगों को मदद पहुँचाया है और पहुँचा रहा है । कोषाध्यक्ष शिव शंकर कुशवाह ने ट्रस्ट का लेखा जोखा रखा । संगम के उपाध्यक्ष संजय श्रीवास्तव ने पूरे प्रदेश से आए सभी पदाधिकारीओं और सदस्यों का धन्यवाद ज्ञापित किया । कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार और अपराध नियंत्रक संगठन के अध्यक्ष मोहित नवानी ने कहाँ जैसा नाम वैसा काम की तरह है संगम ।उन्होंने कहा जिस तरह अपनी संस्कृति को संजोने का काम संगम ट्रस्ट द्वारा किया जा रहा है वह अतुलनीय है । आयोजन में डाक्टर केपी शर्मा , पूर्व चीफ़ इंजीनियर नरेंद्र यादव सहित कई लोगो ने सम्बोधित किया ।इस अवसर पर शिक्षा से जुड़े कई प्रबुद्ध हस्तियों ने प्रदेश के समृद्धि एवं विकास के विषयों पर चर्चा की तथा प्रदेशवासियों को को मकर संक्रांति की शुभकामनाएं दी। हर वर्ष की भाँति इस वर्ष “संगम सम्मान” प्रसिद्ध समाजसेवी लक्ष्मी प्रसाद जायसवाल को दिया गया ।
संगम ट्रस्ट के अध्यक्ष राजेश तिवारी, उपाध्यक्ष संजय श्रीवास्तव, सचिव धीरेंद्र प्रताप सिंह, कोषाध्यक्ष शिव शंकर कुशवाहा, सर्वेश माथुर , हितेंद्र सक्सेना , रवि सरन , विवेक श्रीवास्तव , पीयूष कीनरा , संचित शर्मा , राजकुमार सहित सैकड़ों लोग उपस्थित रहे ।इस अवसर पर योगेन्द्र शर्मा , संजीव वर्मा सहित कई लोगो ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए ।कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रीय कवि श्रीकांत श्री और संजय श्रीवास्तव ने किया ।