अयोध्या: राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियां अब जोरों से चल रही हैं। इसी बीच कल सोशल मीडिया पर रामलला की एक श्याम रंग की प्रतिमा की फोटो तेजी से वायरल हुई। दावा किया जा रहा है कि राम मंदिर में इसी प्रतिमा को स्थापित किया जाएगा। हालांकि इस मूर्ति को लेकर अब राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने ऐसा बयान दिया है, जिससे मूर्ति पर सवालिया निशाना खड़े हो रहे हैं। आचार्य सत्येंद्र दास ने वायरल हो रही तस्वीर में दिख रही मूर्ति को सही नहीं बताया है।
#WATCH | Ayodhya: On the idol of Lord Ram, Shri Ram Janmabhoomi Teerth Kshetra Chief Priest Acharya Satyendra Das says, "…The eyes of Lord Ram's idol cannot be revealed before Pran Pratishtha is completed. The idol where the eyes of Lord Ram can be seen is not the real idol. If… pic.twitter.com/I0FjRfCQRp
— ANI (@ANI) January 20, 2024
आचार्य सत्येंद्र दास ने वही मूर्ति होने से किया इंकार
राम मंदिर में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि फोटो में दिख रही मूर्ति सही नहीं है, इसकी जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि ‘मूर्ति को उसी जगह पर स्थापित किया गया है, जहां उसे स्थापित करना था, लेकिन अभी मूर्ति को खोला नहीं गया है। मूर्ति को ढक कर रखा गया है।’ वहीं प्राण प्रतिष्ठा तक भगवान रामलला के मूर्ति की आंखें खोलने को लेकर आचार्य सत्येंद्र दास ने साफ इंकार करते हुए कहा कि ‘नहीं, ऐसा नहीं हो सकता है।’
मूर्ति की तस्वीर की जांच कराने की कही बात
उन्होंने कहा कि ‘जब मूर्ति तैयार हो जाती और जब यह निर्णय हो जाता है कि इसी मूर्ति को ले जाना है तो उसके नेत्र बंद कर दिए जाते हैं। जो आंख खुली हुई मूर्ति दिख रही है वो मूर्ति है ही नहीं। उन्होंने कहा कि ऐसा स्वरूप मिल ही नहीं सकता और अगर मिल गई है तो उसकी जांच होगी। किसने इसे खोल दिया और कैसे ये वायरल हुई, इसकी जांच होगी। वहीं प्राण प्रतिष्ठा से पहले श्रृंगार की बात पर उन्होंने कहा कि सभी काम हो सकते हैं, लेकिन नेत्र नहीं खुल सकते हैं।’ बता दें कि किसी भी प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा तक उसकी आंखे ढक कर रखी जाती हैं और प्राण प्रतिष्ठा के साथ ही किसी प्रतिमा की आंखों को पूरा खोला जाता है।