लखनऊः राज्य सरकार ने शनिवार को दो आईएएस अधिकारियों के कार्य क्षेत्र में बदलाव किया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद नियुक्ति एवं कार्मिक विभाग ने पंचायती राज विभाग में सचिव पद पर तैनात बी चंद्रकला को सचिव महिला कल्याण विभाग में सचिव पद पर तैनात किया गया है. चन्द्रकला से अपर निबंधक सहकारिता का प्रभार भी हटा दिया गया है. वहीं, कृषि शिक्षा एवं कृषि अनुसन्धान विभाग में तैनात सचिव अनुराग यादव को सचिव नियोजन एवं महानिदेशक अर्थ एवं संख्या प्रभाग में पोस्टिंग दी गई है.
सूत्रों के अनुसार, सहकारिता मंत्री जेपीएस राठौर एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नाराजगी जताने के बाद सहकारिता विभाग के प्रमुख सचिव बाबूलाल मीणा छुट्टी पर चले गए हैं. उनके छुट्टी पर जाने के चलते सचिव कृषि राजशेखर को सहकारिता विभाग के सचिव पद का अतिरिक्त प्रभार की जिम्मेदारी दी गई है. बाबूलाल मीणा पर अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ गलत तरीके से बातचीत के गंभीर आरोप भी पर लगे थे.
सूत्रों को कहना कि आने वाले कुछ दिनों में राज्य सरकार कई अन्य इस और पीसीएस अधिकारियों के तबादले करेगी. इसको लेकर नियुक्ति एवं कारण विभाग के स्तर पर तैयारी की जा रही है. लोकसभा चुनाव से पहले सरकार और अधिकारियों को दूसरी जगह तैनात करेगी, जो पिछले तीन वर्ष या 4 वर्ष से एक ही पद या एक ही जिले में तैनात हैं. मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान के बाद अब अधिकारियों की पोस्टिंग की तैयारी की जा रही है. इनमें कई जिलों में नए जिलाधिकारी सहित कई अन्य पदों पर अफसरों की पोस्टिंग की जानी है.
कौन है आईएएस बी. चंद्रकला
बी. चंद्रकला 2008 बैच की आईएएस अधिकारी हैं। वे 2012 से लेकर 2017 तक उत्तर प्रदेश के 5 जिलों (हमीरपुर, मथुरा, बुलंदशहर, बिजनौर और मेरठ ) की डीएम रह चुकी हैं। आईएएस बी. चंद्रकला अपने विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रह चुकी है। उनके बयानों से लोग उन्हें लेडी सिंघम कहने लगे थे।
फोटो खिंचवाने पर भिजवा दिया जेल
डीएम रहते ही आईएएस बी. चंद्रकला के बयान सुर्खियों में आए थे, जिसके बाद उन्हें लोग लेडी सिंघम के नाम जानने लगे। आईएएस अधिकारी बी. चंद्रकला 2016 में बुलंदशहर की डीएम थीं। उस वक्त उन्होंने 18 साल के एक लड़के को इसलिए जेल भिजवा दिया था, क्योंकि उसने बिना उनसे पूछे या अनुमति लिए उनके साथ फोटो क्लिक कर ली थी। उनका ये फैसला तुरंत मीडिया की सुर्खियां बन गया था।