बलिया: उत्तर प्रदेश के बलिया में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में फर्जीवाड़ा सामने आया है. यहां 25 जनवरी को 568 जोड़ों की शादी हुई थी. लेकिन इसमें बड़ी संख्या में दूल्हों के बिना ही दुल्हनों की शादी करा दी गई. इसका वीडियो भी सामने आया है. जिसमें कुछ दुल्हनें खुद ही वरमाला पहन ले रही हैं. फिलहाल, मामले में एफआईआर दर्ज कर जांच के आदेश दे दिए गए हैं.
उत्तर प्रदेश, बलिया
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना को बस दिखावा व पैसा लूटने वाला शादी बना दिया है इन लोगो ने!
•कई दुल्हन बिना दूल्हे के माला पहनी!
•कई लोग ऐसे थे जो पहले से ही शादी सुदा थे!
•कई तो आपस में भाई-बहन थे!गजबे चल रहा है! pic.twitter.com/qY6co5Yyy4
— Sadaf Afreen صدف (@s_afreen7) January 31, 2024
बता दें कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत सरकार 51 हजार रुपये देती है. हर जिले में इसका आयोजन होता है. इसी क्रम में बलिया जिले में 568 जोड़ों की शादी कराई गई थी. लेकिन अब इसमें फर्जीवाड़ा निकलकर सामने आया है. सैकड़ों दुल्हनों की बिना दूल्हों की ही शादी करवा दी गई. कई सारी दुल्हनों ने तो अपने ही हाथों से अपने गले मे वरमाला डाल ली. बुर्के में आई कई मुस्लिम दुल्हनों ने भी अपने हाथ से ही वरमाला डाली.
पूछने पर पता चला कि इनमें कई सारी लड़कियां घूमने-फिरने के लिए आई थीं, जिन्हें पैसे का लालच देकर सामूहिक विवाह योजना में फर्जी तरीके से बैठा दिया गया. ताकि, कागजों में गिनती हो जाए और सरकारी खजाने से पैसे ले लिए जाएं.
घटना का वीडियो सामने आया है. जिसके बाद बवाल मच गया. मामले में बांसडीह विधानसभा से बीजेपी की विधायक केतकी सिंह ने कहा कि घटना संज्ञान में है. किसी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा. यह गरीबों के साथ खिलवाड़ है. जिला प्रशासन ने भी जांच टीम गठित कर दी है. एफआईआर के आदेश दिए गए हैं.
फिलहाल, CDO ने एक बयान में कहा कि 20 सदस्यीय टीम जांच कर रही है. मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत मिलने वाली धनराशि को तत्काल रोक दिया गया है. अभी तक 20 पात्रों कि जांच में 8 लोग लोग फर्जी पाए गए है. उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर रिकवरी कराई जाएगी.