देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा के विशेष सत्र के पहले दिन की कार्यवाही पूर्व सदस्यों को श्रद्धांजलि और शोक प्रस्ताव के साथ संपन्न हो गई. पहले दिन सदन की कार्यवाही के दौरान निधन पर शोक संदेश दिया गया है. इससे पहले सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि सदन की कार्यवाही के दौरान विपक्ष तमाम जनहित से जुड़े मुद्दों को सदन के भीतर उठाएगा. साथ ही नेता प्रतिपक्ष ने यूसीसी पर कहा कि सरकार जल्दबाजी में इसे पारित करने जा रही है, लेकिन उन्हें अध्ययन करने के लिए समय चाहिए. साथ ही कहा कि सदन के भीतर यूसीसी के मुद्दे को भी विपक्ष उठाएगा.
विपक्ष ज्वलंत मुद्दे उठाएगा
वहीं, विधानसभा सत्र को लेकर उपनेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी ने कहा कि विपक्ष सदन के भीतर प्रदेश के तमाम ज्वलंत मुद्दों को उठाएगा. इसमें मुख्य रूप से महंगाई, बेरोजगारी और प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों की तमाम मुद्दे हैं, जिन पर चर्चा करने की जरूरत है. भुवन कापड़ी ने यूनिफॉर्म सिविल कोड के पारित करने के सवाल पर कहा कि सदन के भीतर विपक्ष यूसीसी पर चर्चा करेगा, लेकिन उससे पहले उन्हें यूसीसी के अध्ययन के लिए समय चाहिए. कापड़ी ने कहा कि विधानसभा सत्र के लिए बेहद कम समय रखा गया है. दरअसल, उत्तराखंड सरकार के अनुसार यह विशेष सत्र है.
मदन कौशिक ने कहा यूसीसी हमारे घोषणा पत्र का हिस्सा
वहीं, पूर्व कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक ने कहा कि यह अच्छी बात है कि सदन के भीतर विपक्ष तमाम मुद्दों को उठाए. सत्ता पक्ष उसका सदन के भीतर बेहतर ढंग से जवाब देगा. विपक्ष द्वारा यूसीसी पर उठाए गए सवाल पर मदन कौशिक ने कहा कि प्रदेश में यूनिफॉर्म सिविल कोड को लागू करना भाजपा के घोषणा पत्र में है. इसके चलते सरकार इसे लागू कर रही है. अगर विपक्ष को कोई दिक्कत है, तो वह सदन के भीतर इस मुद्दे को उठाए ताकि उस पर विस्तृत रूप से चर्चा हो सके. साथ ही कहा कि विपक्ष के पास यूनिफॉर्म सिविल कोड के ड्राफ्ट का अध्ययन करने के लिए पर्याप्त समय है.
उत्तराखंड विधानसभा सत्र के पहले दिन की कार्यवाही संपन्न हो गई है. इसके बाद सदन की कार्रवाई 6 फरवरी सुबह 11:00 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी है. सदन की कार्यवाही के पहले दिन निधन प्रस्ताव के बाद सदन की कार्रवाई कल तक के लिए स्थगित कर दी गई. इससे पहले एक सीटिंग और 5 पूर्व विधायकों के निधन का संदेश पढ़ा गया. हाल ही में 6 नेताओं का निधन हुआ है. इसमें एक सीटिंग विधायक और 5 पूर्व विधायक शामिल हैं. सदन में बसपा विधायक शरबत करीम अंसारी, कुंवर राजा नरेंद्र सिंह, धनीराम सिंह नेगी, मोहन सिंह रावत (गांववासी), किशन सिंह तगाड़ी और पूरनचंद्र शर्मा का निधन संदेश पढ़ा गया. सबसे पहले नेता सदन पुष्कर सिंह धामी ने निधन संदेश पढ़ना शुरू किया. इस दौरान सीएम धामी ने सभी दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि अर्पित की. सीएम के बाद नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने शोक संदेश पढ़ा.
हरिद्वार विधायक मदन कौशिक ने सदन के भीतर नेता सदन पुष्कर सिंह धामी से अनुरोध किया कि पूर्व विधायकों के निधन पर राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी जानी चाहिए. मदन कौशिक ने ये बात कुंवर राजा सिंह के निधन के शोक पर बोलते हुए कही. उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में सीटिंग विधायक के निधन पर राजकीय सम्मान से विदाई दी जाती है. इस पर सीएम धामी ने कहा कि इसका जीओ देखा जायेगा.
पहले दिन की पूरी कार्रवाई निधन संदेश पर ही केंद्रित रही. निधन संदेश के दौरान संसदीय कार्य मंत्री, कैबिनेट मंत्री समेत तमाम विधानसभा सदस्यों ने अपनी संवेदनाओं को व्यक्त किया. सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेताओं ने दिवंगत नेताओं से जुड़ी तमाम यादों को भी सदन में लोगों के सम्मुख रखा. निधन संदेश पूरा होने के बाद विधानसभा अध्यक्ष ऋतु भूषण खंडूड़ी ने सदन के पहले दिन की कार्रवाई को संपन्न करते हुए 6 फरवरी सुबह 11:00 बजे तक के लिए सदन की कार्रवाई को स्थगित कर दिया.