देहरादून: भाजपा ने राज्यसभा प्रत्याशी की घोषणा पर कांग्रेस नेताओं की टीका टिप्पणियों को अनर्गल और उनकी हताशा करार दिया है । प्रदेश प्रवक्ता सुरेश जोशी ने पलटवार कर कहा, राज्य निर्माण के बाद कांग्रेस ने 3-3 बाहरी नेताओं को यहां से राज्यसभा भेजा है और अब तो उनके प्रभारी को लोकसभा प्रत्याशी तलाशने तक की नौबत आ गई है ।
पार्टी मुख्यालय में पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए जोशी ने कहा, कांग्रेस के नेताओं को आगामी लोकसभा चुनावों में हार स्पष्ट दिखाई देने लगी है, यही वजह है कि वह प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट की राज्यसभा उम्मीदवारी पर बेसिरपैर के सवाल खड़े कर रही है । उन्होंने कटाक्ष कर कहा, भाजपा ने अपने अनुभवी कर्मठ जुझारू और लोकप्रिय नेता को राज्यसभा भेजने का निर्णय लिया है लेकिन नेताओं की कमी तो कांग्रेस को हमेशा रही है जिसने राज बब्बर, सतीश शर्मा, सत्यव्रत चतुर्वेदी एक नहीं तीन-तीन बार बाहरी प्रदेशों से आयातित नेताओं को राज्यसभा भेजने का काम किया।
उन्होंने कहा, अब तो कांग्रेस के हालत इतने खराब हैं कि उनकी प्रदेश प्रभारी को लोकसभा चुनाव के लिए प्रत्याशी का चयन नही बल्कि कौन लड़ने को तैयार, उस नेता को ढूंढना पड़ रहा है । क्योंकि प्रदेश के सभी कांग्रेसी जानते हैं इस बार पांचों लोकसभा सीटों पर जमानत बचाना भी मुश्किल है । यही वजह है कि कोई भी बड़ा नेता लोकसभा चुनाव के लिए आगे नहीं आ रहा है, बल्कि कई तो सार्वजनिक रूप से चुनाव लडने से इंकार कर चुके हैं । यही वजह है कि हताशा निराशा में कांग्रेस के नेता अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं ।