हल्द्वानी: उत्तराखंड के हल्द्वानी में 8 फरवरी को भारी हिंसा हुई थी. बनभूलपुरा क्षेत्र में अतिक्रमण हटाने पहुंची पुलिस, प्रशासन और नगर निगम की टीम पर उपद्रवियों ने हमला बोला था. भारी पथराव के साथ ही आगजनी और गोलीबारी भी की थी. कई गाड़ियों के साथ ही थाने को घेरकर आग के हवाले कर दिया था. इस संबंध में थाना बनभूलपुरा में एफआईआर दर्ज हुई थी. अब नैनीताल पुलिस ने दंगे में वांछितों के पोस्टर जारी किए हैं.
इसके साथ ही हिंसा में शामिल रहे उपद्रवियों की गिरफ्तारी के लिए एसएसपी नैनीताल प्रहलाद नारायण मीणा ने एसपी सिटी हल्द्वानी हरबंस सिंह के पर्यवेक्षण में विभिन्न टीमों का गठन किया है. पुलिस टीमों ने घटनास्थलों के आसपास के CCTV कैमरे खंगाले हैं.
साथ ही अन्य साक्ष्यों के आधार पर अभी तक 42 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया है. उनके पास से अवैध हथियार और कारतूस बरामद किए हैं. बनभूलपुरा हिंसा में शामिल उपद्रवियों में से 9 वांछितों के पोस्टर जारी किए हैं. नैनीताल पुलिस ने वांछितों के पोस्टर शहर में जगह-जगह चस्पा किए हैं. पुलिस की टीमें लगातार इन उपद्रवियों के सभी संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही हैं.
इसके साथ ही पुलिस ने लोगों से अपील की है कि किसी भी व्यक्ति को अगर इनके बारे में कोई सूचना मिले तो वो नैनीताल पुलिस के नंबर 9411112743/9411112741/ 9411110396 और पुलिस कंट्रोल रूम के नंबर 9411112979/ 9412087770 पर सूचना दें.
इसके साथ ही हिंसा मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी अब्दुल मलिक और उसके बेटे अब्दुल मोईद के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया है. पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई को लेकर शुक्रवार को बताया कि लुकआउट नोटिस जारी किए जाने के अलावा पांच और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है.
एक अधिकारी ने बताया कि ताजा गिरफ्तारियों के साथ, आठ फरवरी को शहर में एक मदरसे में तोड़फोड़ के बाद हुई पथराव और आगजनी की घटना को लेकर पकड़े गए उपद्रवियों की कुल संख्या 42 हो गई है. जानकारी के मुताबिक इस हिंसा के मास्टरमाइंड अब्दुल मलिक ने ही इस अवैध मदरसे का निर्माण कराया था और इसे तोड़े जाने का विरोध किया था.