देहरादून : उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व वाली सरकार ने स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों से जुड़ी एक नायाब पहल की है। धामी सरकार का ये नया नियम बच्चों के साथ उनके अभिभावकों को भी पसंद आएगा।
सामान्य तौर पर हर दिन बच्चों कापी-किताबों से भरा भारी बैग पीठ पर लादकर स्कूल ले जाना पड़ता है। इस स्कूल बैग के बोझ से अगर चंद दिन की मोहलत बच्चों को मिल जाए तो उनके मजा तो आएगा ही साथ ही बिना बैग के स्कूल जाना बेहद रोमांचक भी होगा।
जी हां उत्तराखंड सरकार ने छात्र-छात्राओं को कुछ ऐसी ही छूट देने का केवल ऐलान ही नहीं किया बल्कि शिक्षा विभाग ने इससे संबंधित आदेश भी जारी कर दिया है।
उत्तराखंड के सरकारी स्कूलों की व्यवास्थाओं को सुधारने की कड़ी में सरकार ने बच्चों के कंधो से बस्ते का बोझ कम करने की तैयारी की है। उत्तराखंड सरकार के आदेश के बाद प्रेश के सरकारी विद्यालयों में हर शैक्षिक सत्र में 10 दिन बस्ता रहित दिवस मनाया जाएगा। इन दस दिनों तक छात्र-छात्राओं को अपना भारी बस्ता स्कूल नहीं लाना पड़ेगा।
शिक्षा विभाग की निदेशक एससीईआरटी वंदना ने राज्य के सभी सरकारी स्कूलों को इससे संबंधित आदेश भी जारी कर दिया है, इस आदेश के बाद उत्तराखंड के सभी सरकारी स्कूलों में हर महीने में एक दिन बस्ता रहित दिवस मनाया जाएगा।
उत्तराखंड सरकार द्वारा लिया गया ये आदेश राज्य में सभी सरकारी स्कूलों पर लागू होगा। इसके अलावा उत्तराखंड के प्राथमिक, उच्च प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालयों में इंग्लिश स्पीकिंग डे एवं शंका समाधान दिवस अंतिम शनिवार को छोड़कर शेष हर शनिवार को पहले की तरह संचालित किए जाते रहेंगे।