हल्द्वानी: 8 अप्रैल को हल्द्वानी के बनभूलपुरा थाना क्षेत्र में हुई हिंसा की मजिस्ट्रेट जांच शुरू हो गई है. कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने बनभूलपुरा घटना की जांच के संबंध में डीएम, एसएसपी समेत छह अफसरों को नोटिस जारी कर एक सप्ताह में जवाब मांगा है. कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने कहा कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच जांच शुरू कर दी गई है, जिसके बाद जांच रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी.
सभी अधिकारियों को अगले सप्ताह में अलग-अलग दिनों में उपस्थित होकर घटना के संबंध में अपना पक्ष और साक्ष्य प्रस्तुत करने के लिए समय दिया गया है. कुमाऊं कमिश्नर ने कहा है कि पूरे मामले में डीएम, एसएसपी, नगर आयुक्त, ऊर्जा निगम के अधिशासी अभियंता,राजस्व विभाग और बनभूलपुरा थानाध्यक्ष को अगले सप्ताह में अलग-अलग समय देते हुए पक्ष और साक्ष्य देने को कहा गया है. गौरतलब है कि बनभूलपुरा थाना क्षेत्र अंतर्गत मलिक के बगीचे में सरकारी भूमि पर अवैध रूप से बने मदरसे और नमाज स्थल को आठ फरवरी को हटाने गई टीम पर उपद्रवियों ने हमला कर दिया था.
इसमें कई वाहनों में आग लगा दी गई थी, हमले में पुलिस, निगम के कर्मचारी व अन्य घायल हो गए थे.घटना के बाद मुख्य सचिव राधा रतूड़ी पूरे मामले की मजिस्ट्रेटी जांच कुमाऊं कमिश्नर को सौंपी थी.इसी जांच के सिलसिले में कुमाऊं आयुक्त ने अधिकारियों को नोटिस दिए हैं. उन्होंने कहा कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच जांच शुरू कर दी गई है, जिसके बाद जांच रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी.
गौर हो कि हल्द्वानी बनभूलपुरा हिंसा मामले में पुलिस अभी तक 68 उपद्रवियों को गिरफ्तार कर चुकी है. बीते दिन पुलिस ने 10 और उपद्रवियों को अरेस्ट किया गया है. जिसमें दो वांटेड तसलीम और वसीम भी शामिल हैं. जिनके पास से पीएसी जवानों से लूटे गए दो कारतूस भी बरामद किया गया है. इसके अलावा पेट्रोल बम बनाने के लिए पेट्रोल की सप्लाई करने वाला अरबाज भी पुलिस की गिरफ्त में आया है.