नई दिल्ली : क्रिकेटर से सांसद बने गौतम गंभीर ने अब चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से चुनाव नहीं लड़ने की इच्छा जताई है। गंभीर ने राजनीति में मौका देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का धन्यवाद भी व्यक्त किया। वे पूर्वी दिल्ली से सांसद हैं।
I have requested Hon’ble Party President @JPNadda ji to relieve me of my political duties so that I can focus on my upcoming cricket commitments. I sincerely thank Hon’ble PM @narendramodi ji and Hon’ble HM @AmitShah ji for giving me the opportunity to serve the people. Jai Hind!
— Gautam Gambhir (Modi Ka Parivar) (@GautamGambhir) March 2, 2024
गौतम गंभीर ने क्यों लिया राजनीति से संन्यास?
गौतम गंभीर ने ‘एक्स’ पर किए गए पोस्ट में कहा कि मैंने पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुझे राजनीतिक जिम्मेदारियों से मुक्त करने का अनुरोध किया है, ताकि मैं अपनी आगामी क्रिकेट प्रतिबद्धताओं पर ध्यान केंद्रित कर सकूं। उन्होंने कहा कि मुझे लोगों की सेवा करने का मौका देने के लिए मैं प्रधानमंत्री मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को दिल से धन्यवाद देता हूं।
गौतम गंभीर किसे हराकर सांसद बने?
गौतम गंभीर पूर्वी दिल्ली से सांसद हैं। उन्होंने 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी अरविंद सिंह लवली को 3 लाख 91 हजार 222 वोटों से हराया था। गंभीर के अलावा, पश्चिम दिल्ली से प्रवेश साहिब सिंह वर्मा, उत्तर पूर्वी दिल्ली से मनोज तिवारी, नई दिल्ली से मीनाक्षी लेखी, उत्तर पश्चिम दिल्ली से हंस राज हंस, दक्षिण दिल्ली से रमेश बिधूड़ी और चांदनी चौक से डॉक्टर हर्षवर्धन ने जीत हासिल की थी।
गौतम गंभीर का क्रिकेट पर फोकस
गौतम गंभीर ने नड्डा से आग्रह किया है कि वे अब क्रिकेट पर फोकस करना चाहते हैं। इसलिए उन्हें राजनीतिक जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया जाए। बता दें कि गंभीर टी20 वर्ल्ड कप 2017 और वनडे वर्ल्ड कप 2011 जीतने वाली टीम का सदस्य भी रह चुके हैं। उन्होंने दोनों विश्वकप के फाइनल में शानदार पारी खेली थी। मौजूदा समय में वे इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की टीम कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के मेंटर हैं। इससे पहले, वे लखनऊ सुपर जाएंट्स (LSG) के मेंटर थे।