लखनऊ: लोकसभा चुनावों से पहले सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने अपनी अगली रणनीति का खुलासा किया है। राजभर ने कहा कि वो जल्द उत्तर प्रदेश को अलग कर पूर्वांचल राज्य बनाएंगे और खुद पूर्वांचल राज्य का मुख्यमंत्री बनेंगे। सिकंदरपुर में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी द्वारा आयोजित वंचित शोषित हक अधिकार रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने ये बात कही।
ओमप्रकाश राजभर ने कहा आगे कहा, “तब राजभरों को आवास, शौचालय नहीं मांगना पड़ेगा, जहां उसका मुख्यमंत्री जाएगा पूरा प्रशासन उसके पीछे होगा, तब वह पूछेंगे आवास क्यों नहीं बना, शौचालय क्यों नहीं बना?” राजभर ने कहा, “थोड़ी सी और ताकत दे दो, पूर्वांचल राज्य बनाकर राजभरों की सरकार बना दूंगा। उस पर अंदरखाने काम कर रहा हूं।”
उन्होंने अपने संबोधन में कहा, “2024 के लोकसभा चुनाव के बाद पूर्वांचल राज्य का गठन किया जाएगा। उसके बाद आप सबका मुख्यमंत्री होगा और आपकी सरकार बनेगी।” राजभर ने कहा, “सबसे अधिक आबादी वाले उत्तर प्रदेश में दलितों, वंचितों, शोषितों को अभी तक उनका पूरा अधिकार नहीं मिल सका है। इसके लिए आवश्यक है कि संपूर्ण देश में एक समान शिक्षा व्यवस्था लागू की जाए।”
पूर्वांचल को अलग राज्य बनाकर वहां के सीएम बनना चाहते हैं ओपी राजभर?
सुभासपा प्रमुख ओपी राजभर ने एक बड़ा दावा किया है जिसके बाद सियासी गलियारों में भूचाल आ सकता है।#OPRajbhar #Ballia #UttarPradesh pic.twitter.com/wuXBBo2DLX
— UP Tak (@UPTakOfficial) March 4, 2024
प्रदेश सरकार में मंत्री बनाए जाने की चर्चा
बता दें कि ओमप्रकाश राजभर प्रदेश में 2022 में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान समाजवादी पार्टी (सपा) के गठबंधन में शामिल थे, लेकिन वह कुछ माह पूर्व फिर से एनडीए में शामिल हो गए, जिसके बाद से उन्हें योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली प्रदेश सरकार में मंत्री बनाने की लगातार अटकलें रही हैं। राजभर ने रैली के इतर संवाददाताओं से बातचीत करते हुए इसी सप्ताह मंत्री बनने की उम्मीद जताई। राजभर ने कहा, “आप लोगों की भावनाओं की कद्र इसी हफ्ते पूरी हो जाएगी।” राजभर पहले भी कई बार खुद को मंत्री बनाए जाने का दावा कर चुके हैं।
उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव से पहले मंत्रिमंडल विस्तार के संकेत मिल रहे हैं। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि जल्द ही योगी आदित्यनाथ के मंत्रिमंडल में विस्तार होगा और इसमें एनडीए का हिस्सा बने राष्ट्रीय लोकदल (रालोद), सपा छोड़कर फिर बीजेपी में आए पूर्व मंत्री दारा सिंह चौहान और ओम प्रकाश राजभर समेत कुछ नए चेहरों को शामिल किया जा सकता है।
मंत्री पद से इस्तीफा देकर NDA से नाता तोड़ा था
राजभर ने 2017 में एनडीए के साथ चुनाव लड़ा था और योगी के नेतृत्व की पहली सरकार में मंत्री भी बने थे, लेकिन कुछ मतभेद के बाद उन्होंने मंत्री पद से इस्तीफा देकर एनडीए से रिश्ता तोड़ दिया था। राजभर ने समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि सपा अब तक 9 बार विभिन्न दलों से गठबंधन कर उसे तोड़ चुकी हैं, लेकिन अखिलेश यादव से कोई सवाल नहीं करता और दो बार में ही हमसे तकलीफ हो रही है।
राजभर ने उत्तर प्रदेश में 80 लोकसभा सीटों पर एनडीए उम्मीदवारों की जीत का संकल्प व्यक्त किया है। राजभर ने कहा, हम लोगों का लक्ष्य 80 सीट जीतना है। एनडीए से जो भी प्रत्याशी लड़ेगा, उसको जिताकर मोदी जी को प्रधानमंत्री बनाने का कार्य करेंगे।”