नई दिल्ली : क्षेत्रीय दलों को अप्रैल 2019 और जनवरी 2024 के बीच चुनावी बॉन्ड के जरिए 5,221 करोड़ रुपये से अधिक का चंदा मिला। ये इसी अवधि में बीजेपी को मिले 6,060.51 करोड़ रुपये की राशि से 839 करोड़ रुपये कम है। निर्वाचन आयोग की ओर से जारी चुनावी बॉन्ड के आंकड़ों के मुताबिक दो राष्ट्रीय दलों कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) को इस अवधि में क्रमशः 1,421.86 करोड़ रुपये और 65.45 करोड़ रुपये प्राप्त हुए। अन्य राष्ट्रीय दलों बहुजन समाज पार्टी (बसपा), मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा)और एनपीपी (नेशनल पीपुल्स पार्टी) को चुनावी बॉन्ड के जरिए कोई राशि नहीं मिली है।
22 क्षेत्रीय दलों को मिला पूरे चुनावी चंदे का 30 फीसदी
क्षेत्रीय दलों में, अकेले तृणमूल कांग्रेस को 1,609.53 करोड़ रुपये की राशि चुनावी बॉन्ड के माध्यम से प्राप्त हुई है। यह राशि इस माध्यम से चंदा प्राप्त करने वाले 22 क्षेत्रीय दलों की ओर से मिल कुल दान राशि का 30 फीसदी है। भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस)ने चुनावी बॉन्ड के जरिए 1,214.70 करोड़ रुपये, बीजू जनता दल (बीजद) ने 775.50 करोड़ रुपये मिले। डीएमके ने 639 करोड़ रुपये, वाईएसआर कांग्रेस पार्टी ने 337 करोड़ रुपये, तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी)ने 218.88 करोड़ रुपये और शिवसेना ने 159.38 करोड़ रुपये जुटाए।
आरजेडी को 73.5 करोड़ तो जेडीयू को 14 करोड़
राष्ट्रीय जनता दल ने चुनावी बॉन्ड के माध्यम से 73.5 करोड़ रुपये जुटाए। जनता दल सेक्युलर ने 43.40 करोड़ रुपये, सिक्किम क्रांतिकारी पार्टी ने 36.5 करोड़ रुपये, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने 31 करोड़ रुपये, जन सेना पार्टी ने 21 करोड़ रुपये, समाजवादी पार्टी ने 14.05 करोड़ रुपये, जनता दल यूनाइटेड ने 14 करोड़ रुपये और झारखंड मुक्ति मोर्चा को 13.5 करोड़ रुपये इस माध्यम से प्राप्त हुए।
चुनावी बॉन्ड से अकाली दल ने 7.2 करोड़ रुपये, एआईएडीएमके ने 6.05 करोड़ रुपये और सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट ने 5.5 करोड़ रुपये जुटाए। महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी, जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस और गोवा फॉरवर्ड पार्टी को चुनावी बॉन्ड के जरिए एक करोड़ रुपये से कम राशि प्राप्त हुई। एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की ओर से पहले प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, मार्च 2018 से जनवरी 2024 तक 16,518 करोड़ रुपये के चुनावी बॉन्ड बेचे गए हैं। चुनाव आयोग की ओर से अब तक प्रकाशित आंकड़ों में मार्च 2018 से 11 अप्रैल 2019 तक की अवधि के बॉन्ड शामिल नहीं है।
पिछले महीने जारी अपनी एक रिपोर्ट में कहा गया कि बीजेपी को चुनावी बॉन्ड से 6566 करोड़ रुपये (54.77 फीसदी) की सर्वाधिक राशि प्राप्त हुई। इसके बाद कांग्रेस को 1123 करोड़ रुपये (9.37 फीसदी) और तृणमूल कांग्रेस को 1092 करोड़ रुपये (9.11 फीसदी) की रकम मिली। सुप्रीम कोर्ट के समक्ष दायर एक हलफनामे में, भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने बताया कि 1 अप्रैल, 2019 से 15 फरवरी 2024 के बीच दानदाताओं की ओर से विभिन्न मूल्य वर्ग के कुल 22,217 चुनावी बॉन्ड खरीदे गए, जिनमें से 22,030 को राजनीतिक दलों ने भुनाया।
खबर साभार – नव भारत टाइम्स