अल्मोड़ा/नैनीताल: उत्तराखंड में पोस्टल बैलेट यानी घर-घर जाकर मतदान कराने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. जिसके तहत दिव्यांग और 80 साल से ज्यादा उम्र के बुजुर्गों के घर-घर जाकर मतदान कर्मी बैलेट पेपर के माध्यम से मतदान करवा रहे हैं. नैनीताल जिले में विभिन्न जगहों पर वोट डलवा रहे हैं. उधर, अल्मोड़ा जिले में 2,015 बुजुर्गों और दिव्यांगजनों से मतदान कराने को लेकर 131 पोलिंग पार्टियां रवाना हो चुकी है.
अल्मोड़ा में 131 पोलिंग पार्टियां रवाना
उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव 2024 के लिए मतदान प्रक्रिया शुरू हो गई है. दिव्यांगजन और बुजुर्ग व्यक्तियों से घर पर ही मतदान कराने के लिए जिले के सभी विधानसभा क्षेत्रों में मतदान कर्मियों की 131 पोलिंग पार्टियों को रवाना किया गया. अल्मोड़ा के सिमकनी मैदान से अल्मोड़ा, जागेश्वर और सोमेश्वर विधानसभा क्षेत्र के लिए मतदान कार्मिकों को भेजा गया.
उपजिला मजिस्ट्रेट और जयवर्धन शर्मा ने बताया कि लोकसभा चुनाव में वरिष्ठ मतदाताओं एवं दिव्यांग मतदाताओं से मतदान करवाने की व्यवस्था की गई है. इसका उद्देश्य किसी को भी मतदान से वंचित न रहने देने का है. इसके लिए दिव्यांग और 85+आयु के मतदाताओं को घर घर जाकर वोट कराने के लिए अल्मोड़ा, जागेश्वर और सोमेश्वर विधानसभा के लिए मतदान पार्टियां सिमकनी मैदान से रवाना की गई है.
वहीं, द्वाराहाट विधानसभा के लिए मतदान पार्टियां इंजीनियरिंग कॉलेज द्वाराहाट से रानीखेत के लिए, रानीखेत से और सल्ट विधानसभा के लिए भिकियासैंण से रवाना हुई है. वहीं, दिव्यांग और 85+ आयु के मतदाताओं को घर-घर जाकर वोट कराने के लिए अल्मोड़ा से 39, सोमेश्वर 23, जागेश्वर 21, सल्ट 14, रानीखेत 18, द्वाराहाट 16 मतदान कार्मिकों की पार्टियों को रवाना किया गया है.
अल्मोड़ा में 2,015 बुर्जुग और दिव्यांग मतदाता करेंगे मतदान
अल्मोड़ा जिले में 378 दिव्यांग मतदाता हैं. जबकि, 85 वर्ष या इससे अधिक आयु के 1,637 बुर्जुग मतदाता हैं. ऐसे में रवाना की गई पोलिंग पार्टियों के मतदान कार्मिक उनके घर जाकर पोस्टल बैलेट से मतदान कराएंगे. वहीं, दो लेयर में मतपत्र रखे जाएंगे.
नैनीताल में वोट डाल रहे दिव्यांग और बुजुर्ग वोटर
नैनीताल में भी दिव्यांग और बुजुर्ग वोटर डाल रहे हैं. वहीं, पोलिंग पार्टियों की एक टीम में सेक्टर मजिस्ट्रेट, पोलिंग ऑफिसर के साथ ही 6 से 7 कर्मचारी और अधिकारी शामिल हैं. वहीं, बैलेट के माध्यम से वोट डालने के बाद दिव्यांग और बुजुर्ग वोटर खुश नजर आए. उनका कहना है कि लोकसभा चुनाव में पहली बार इस तरीके की सुविधा की गई है, जो अपने आप में सराहनीय है.
वहीं, दिव्यांग और बुजुर्गों ने आम लोगों से भी अपने मतों का इस्तेमाल करने का अनुरोध किया. उन्होंने कहा कि मत देना सबका अधिकार है. इसलिए सभी को वोट देना चाहिए. वहीं, बुजुर्ग मोहन सिंह ने कहा कि ये चुनाव एक पर्व है, जो पांच सालों में एक बार आता है. उनका कहना है कि उन्हें अच्छा लगा कि आज निर्वाचन आयोग की टीम उनके घर बैलेट पेपर के माध्यम से मतदान करवाने आई थी. अब उन्होंने मत का इस्तेमाल किया है.