मधुबनी (बिहार): झंझारपुर प्रखंड क्षेत्र के कोईलख गांव से हजारों अरमान जहन में लेकर एकडारा (फुलपरास) के लिए सैकड़ों बाराती और गाजेबाजे के साथ विवाह रचाने निकला दूल्हा तेज रफ्तार के कहर का शिकार हो गया। रविवार रात दूल्हा सर पर सेहरा बांधकर शादी के मंडप के बजाय सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल होने के बाद अस्पताल पहुंच गया। घटना से दूल्हा-दुल्हन के घर और गांव में खुशी की जगह मातम छा गया है। दूल्हा और 8 अन्य घायल बाराती गंभीर हालत में डीएमसीएच दरभंगा में जिंदगी की जंग लड़ रहे हैं।
दूल्हे के चेहरे पर लगे 21 टांके, जबड़ा भी टूटा
बताया जा रहा है कि रविवार रात को बारात कोईलख गांव से एकडारा (फुलपरास) जा रही थी। इसी बीच जगतपुर से एकडारा के बीच नहर के समीप तेज रफ्तार के कारण दुर्घटना हुई। स्कॉर्पियो को दूल्हे के मामा चला रहे थे। स्कॉर्पियो में मामा के बेटा-बेटी समय कई लोग सवार थे जिनमें अधिकांश लड़कियां थी। घटना के तुरंत बाद सभी घायलों को ऑटो में ले जाकर एल के मेमोरियल अस्पताल अररिया संग्राम में भर्ती कराया गया। खून से लथपथ अवस्था में डॉ. उमेश राय ने फौरन इलाज शुरू कर दिया। दूल्हे के चेहरे पर जबरदस्त चोट लगी है। उसका जबड़ा भी टूट गया और चेहरे पर 21 टांके लगे हैं। दूल्हे के साथ स्कॉर्पियो में सवार दूल्हे के मामा समेत 8 बाराती भी बुरी तरह घायल हो गए।
जानकारी के अनुसार कोईलख गांव निवासी स्वर्गीय विनोद साहू के 28 वर्षीय पुत्र दिवाकर साहू का विवाह एकडारा में तय हुआ था। दूल्हे के मामा मोहन साहू भांजे के विवाह में शामिल होने के लिए ड्राइवर बने थे। उनके साथ गाड़ी में उनके पुत्र, पुत्री समेत अन्य लोग मौजूद थे। दुल्हन के घर के पहुंचने से कुछ दूरी पहले ही रात के समय स्कॉर्पियो पलट गई। घटना के तुरंत बाद दूल्हे दिवाकर साहू, मामा मोहन साहू, मोहन साहू की पुत्री 14 वर्षीय आराध्या गुप्ता, सुधीर कुमार गुप्ता की 11 वर्षीय पुत्री साक्षी कुमारी को अररिया के एलके मेमोरियल अस्पताल लाया गया। जहां दूल्हे को गंभीर स्थिति में चेहरे पर 21 स्टिच लगाकर तुरंत दरभंगा रेफर किया गया।
शादी वाले घर छाया सन्नाटा
घटना में घायल चार अन्य घायलों में 18 वर्ष की वर्षा कुमारी, 17 वर्षीय शिवानी कुमारी, 13 वर्षीय दुर्गेश कुमार और 13 वर्षीय रोशन कुमार को इलाज के लिए अनुमंडल अस्पताल लाया गया जहां वर्षा कुमारी के सिर में गंभीर चोट लगने के कारण उसे प्राथमिक चिकित्सा के बाद रात में ही डीएमसीएच रेफर कर दिया गया। बारात में मनीषा कुमारी नाम की इकलौती सवार ऐसी थी, जो घायल होने से बच गई। इस दुर्घटना के बाद एकडारा में मांगलिक कार्य रुक गया। लड़की के घर बज रही शहनाई पर अचानक ब्रेक लग गया। दूल्हा-दुल्हन के परिवारों में खुशी की जगह सन्नाटा छाया हुआ है।