देहरादून: इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी देहरादून से आज भारतीय वन सेवा (आईएफएस) के 99 अधिकारी पास आउट हुए. इस कार्यक्रम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी शिरकत की. इस मौके पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पास आउट हुए Indian Forest Service के अधिकारियों को संबोधित भी किया. 99 पास आउट होने वाली अधिकारियों में तीन उत्तराखंड के हैं.
LIVE: President Droupadi Murmu addresses the convocation ceremony of Officer Trainees of Indian Forest Service (2022 batch) at the Indira Gandhi National Forest Academy, Dehradun https://t.co/NoFOEJJT18
— President of India (@rashtrapatibhvn) April 24, 2024
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी देहरादून के साल 2022-24 के प्रशिक्षण पाठ्यक्रम के बाद पास आउट हुए अधिकारियों को प्रमाण पत्र और अवॉर्ड प्रदान किए. इस दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने संबोधन में कहा कि जंगलों के महत्व को आज समाज भूलता जा रहा है, लेकिन लोगों को याद होना चाहिए की जंगल जीवन देता है. जंगल केवल संसाधनों का भंडार नहीं, बल्कि परिस्थितिकी तंत्र का महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो मनुष्य के जीवन च्रक में बहुत बड़ी भूमिका निभाता है.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि यहां पास आउट होने वाले भारतीय वन सेवा के अधिकारियों पर प्रकृति के संरक्षण का दायित्व है. उन्हें उम्मीद है कि सभी अधिकारी इस दायित्व वो अच्छी तरह निभाएंगे. विकास और संरक्षण के बीच अच्छा तालमेल बैठाएंगे.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा विकास के मानकों का मूल्यांकन करना होगा. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने प्राकृतिक संरक्षण में एआई के तकनीक के समावेश पर भी जोर दिया है. इस मौके पर उत्तराखंड के राज्यपाल गुरमीत सिंह ने भी भारतीय वन सेवा के अधिकारियों को बधाई दी और कहा कि उन्हें प्रकृति संरक्षण की बड़ी जिम्मेदारी मिली है.