उन्नाव: यूपी के उन्नाव में कारोबारी के घर हुए फर्जी लूट के मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. पुलिस के मुताबिक, कारोबारी ने खुद को गोली मारी थी और अपने साथियों के साथ मिलकर घर में लूट की कहानी रची थी. दरअसल, कारोबारी पर काफी कर्ज था, वह इससे छुटकारा चाहता था इसलिए उसने ये साजिश रची. फिलहाल, उन्नाव पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. गोली लगने की वजह से वह घायल है. वहीं, उसके दो साथियों को भी पकड़ लिया गया है. आइए जानते हैं पूरी कहानी…
बता दें कि बीते दिन उन्नाव पुलिस ने करोड़ों की फर्जी लूट का खुलासा करते हुए खुद को गोली मारने वाले कारोबारी को गिरफ्तार कर उसके दो साथियों को भी पकड़ लिया है. करोड़ों की देनदारी से बचने के लिए आरोपी ने घर से नगदी की लूट का प्लान बनाया और फिर अपने साथियों को इसमें शामिल कर लिया. उसने साथियों से घर से बैग में तकिया भरकर भागने के लिए कहा, साथ ही सीसीटीवी के सामने से गुजरने के लिए कहा, ताकि पुलिस को लगे चोर घर से मोटा माल लेकर फरार हुए हैं. इसके बाद उसने पुलिस को गुमराह करने के लिए खुद को गोली मारकर घायल कर लिया.
दरअसल, पूरा मामला उन्नाव जिले के बांगरमऊ थाना क्षेत्र के गंजमुरादाबाद तालाब मोहल्ले का है, जहां 25/26 अप्रैल की रात मे आरा मशीन संचालक से जानलेवा हमले और करोड़ों की लूट की सूचना से पुलिस विभाग मे हड़कंप मंच गया था. घायल आरा मशीन संचालक को पुलिस ने जिला अस्पताल से लखनऊ ट्रामा सेंटर मे भर्ती करवाया था. मामले के खुलासे के लिए उन्नाव एसपी सिद्धार्थ मीणा शंकर ने सर्विलांस, एसओजी के आलावा बांगरमऊ पुलिस की टीम लगाई.
जिस पर पुलिस ने घटना के 6 दिन बाद इस फर्जी लूट का खुलासा करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. उनके पास से घर की छत से बैग में भरकर भेकी गई तकिया और आरोपी के आरा माशीन से भारी मात्रा मे अवद्ध असलहे बरामद हुए हैं.
दरअसल, गंजमुरादाबाद निवासी अनवररुदुद्दीन उर्फ़ राजू आरा मशीन संचालक है और साथ में वो मनी ट्रेडिंग का काम भी करता है. ट्रेडिंग में उसके ऊपर करोड़ों का कर्जा हो गया था. लोग महीनों से पैसे लेने के लिए उसके घर के चक्कर लगा रहे थे, जिससे बचने के लिए उसने रात में अपने घर में फर्जी लूट की साजिश रची और खुद को गोली मार ली.
इस साजिश में आरोपी अनवररुदुद्दीन ने हरदोई जिले के रहने वाले आज़ाद और मुन्ना उर्फ़ सुल्तान को भी शामिल किया था. पुलिस ने तीनों को पकड़ लिया है. मामले मे सीओ बांगरमऊ अरविंद चौरसिया ने बताया की आरा मशीन संचालक ने करोड़ों की फर्जी लूट की घटना को खुद ही रचा था. उसने खुद ही अपने आप को गोली मारी थी. उसका इलाज़ लखनऊ ट्रामा सेंटर मे चल रहा है. सीसीटीवी फुटेज के आधार पर हरदोई के दो लोगों को गिरफ्तार किया गया. उनसे पूछताछ में मामले का खुलासा हुआ.