मुरैना: मध्य प्रदेश के चंबल इलाके में आने वाले मुरैना संसदीय क्षेत्र में 7 मई को लोकसभा मतदान होना है. जिला प्रशासन ने चुनाव शांतिपूर्वक करवाने के लिए बुलडोजर का सहारा लिया है. पुलिस ने बुलडोजर पर साफ लिखा है- ‘मतदान में अगर किया व्यवधान किया तब शुरू होगा मेरा काम.’
पुलिस-प्रशासन ने कुल 50 बुलडोजर देहात इलाकों में तैनात किए हैं. चुनाव में गड़गड़ी की आशंका को देखते हुए कई लोगों को चिन्हित कर उनके यहां नोटिस भी चस्पा किए हैं. इसके साथ ही इलाकों में फ्लैगमार्च कर उपद्रवियों को सीधे चेतावनी दी है.
ज्ञात हो कि चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस प्रत्याशी सत्यपाल सिंह सिकरवार के भाई टिंकू नरेंद्र सिकरवार और सरपंच पर गोलीबारी की घटना सामने आई थी. इसके बाद प्रशासन को चुनाव शांति से करवाने के लिए बड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है.
बीते विधानसभा चुनाव में भी हुई थी हिंसा
साल 2023 के विधानसभा चुनाव में मुरैना में हिंसा देखने को मिली थी. खासकर दिमनी क्षेत्र के तोमरघार में. इस बार भी शिवमंगल सिंह तोमर भाजपा प्रत्याशी इस इलाके से आते हैं.
मुरैना पुलिस-प्रशासन के लिए लोकसभा चुनाव संपन्न बड़ी चुनौती है. कांग्रेस और भाजपा प्रत्याशी दोनों ही क्षत्रिय समाज से आते हैं. ऐसे में हिंसा होने का इनपुट प्रशासन को भी मिला है.
कलेक्टर अंकित अस्थाना ने बताया कि प्रशासन ने इसलिए संवेदनशील और अतिसंवेदन शील मतदान केंद्रों पर हिंसा फैलाने वाले लोगों को चिन्हित कर उनके यहां नोटिस भी चस्पा करवा दिया है और चेतावनी स्वरूप बुलडोजर रखा हुआ है जो गांव-गांव घूम रहा है.