यमुनोत्री धाम पहुँचकर सीएम सचिव मीनाक्षी सुंदरम, ने लिया यात्रा की व्यवस्थाओं का जायजा

खबर उत्तराखंड

उत्तरकाशी: मुख्यमंत्री सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम गुरुवार 16 मई को यमुनोत्री धाम पहुंचे, जहां उन्होंने यात्रा व्यवस्था का जायया लिया और धाम में विकास कार्यों को लेकर प्रशासन व स्थानीय लोगों के साथ चर्चा की. इस दौरान सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम ने कहा कि यमुनोत्री के लिए मास्टर प्लान बनाकर धाम में सुविधाओं के विकास के लिए कारगर कदम उठाए जाएंगे.

वहीं, यमुनोत्री धाम में श्रद्धालुओं के बढ़ते दवाब को लेकर सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम ने कहा कि भीड़ को नियंत्रित करने के लिए बिना पंजीकरण के यात्रा पर आने वाले लोगों को सख्ती से रोका जाएगा. जाम की समस्या को खत्म करने के लिए यात्रा मार्गों पर बड़ी बसों के आवागमन को हतोत्साहित किया जाएगा.

बता दें कि बीते बुधवार यानी 15 मई को सचिव मुख्यमंत्री आर मीनाक्षी सुंदरम उत्तरकाश जिले के दौरे पर है. बुधवार को जहां उन्होंने गंगोत्री धाम का निरीक्षण किया तो वहीं, गुरुवार को उत्तरकाशी डीएम मेहरबान सिंह बिष्ट और एसपी अर्पण यदुवंशी के साथ यमुनोत्री धाम का निरीक्षण किया. इस दौरान सचिव सुंदरम ने यमुनोत्री धाम व आस-पास के क्षेत्रों के अलावा यात्रा मार्ग का हवाई सर्वेक्षण किया.

इसके साथ ही सचिव सुंदरम ने जानकीचट्टी में मंदिर समिति के पदाधिकारियों, तीर्थ पुरोहितों, स्थानीय जन-प्रतिनिधियों के साथ यात्रा व्यवस्था से जुड़े लोगों के साथ बैठक की. बैठक में उन्होंने कहा कि यमुनोत्री धाम का मास्टर प्लान बनाकर यहां आवागमन की बेहतर सुविधा और अवस्थापना विकास के लिए कारगर प्रयास किए जाएंगे. धाम के लिए वैकल्पिक पैदल मार्ग के निर्माण के लिए भी तेजी से कार्रवाई होगी और रोप-वे के निर्माण कार्य में तेजी लाई जाएगी.

उन्होंने कहा कि धाम में हेलीपैड एवं अन्य सुविधाओं के विकास की योजनाएं तैयार की जा रही हैं. कुछ सालों के भीतर इन परियोजनाओं के पूरा हो जाने से धाम में अधिक श्रद्धालु पहुंच सकेंगे. इसके अलावा पालीगाड से जानकीचट्टी तक सड़क के चौड़ीकरण के लिए वनभूमि से संबंधित स्वीकृति के मामले का जल्द निस्तारण होने की उम्मीद है और यह काम आने वाले दो-तीन साल के भीतर पूरा कराने का प्रयास किया जाएगा.

सचिव ने कहा कि यात्रा से जुड़े व्यवसाय उत्तराखंड के रोजगार और यहां की पहचान का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, लिहाजा सभी पक्ष सकारात्मक रवैया अपनाते हुए यात्रा को सुगम, सुरक्षित और सुव्यस्थित बनाने में सहयोग दें. कोई भी ऐसा काम न करें, जिससे यात्रा व्यवस्था प्रभावित हो और क्षेत्र की छवि व हितों पर बुरा असर पड़े.

डीएम डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने यमुनोत्री धाम के लिए वैकल्पिक पैदल मार्ग बनाए जाने को अत्यावश्यक बताते हुए कहा कि इसके लिए शुरूआती सर्वेक्षण की कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने रोप-वे के निर्माण को जल्द पूरा करने और हैलीपैड बनाए जाने व पालीगाड से आगे के संकरे मार्ग को जल्द चौड़ीकरण किये जाने पर जोर देते हुए प्रशासन के स्तर से उठाए गए कदमों की जानकारी दी

 

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