चारधाम आने वाले श्रद्धालुओं की होगी हेल्थ स्क्रीनिंग, ई-स्वास्थ्य धाम ऐप पर अपलोड करनी होगी जानकारी

खबर उत्तराखंड

देहरादून: उत्तराखंड में चारधाम यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य की रूटीन मॉनिटरिंग की जा रही है, लेकिन अब राज्य सरकार स्वास्थ्य संबंधी स्क्रीनिंग के लिए ई स्वास्थ्य धाम ऐप की शुरुआत कर चुकी है. जिसके तहत श्रद्धालुओं की हेल्थ स्क्रीनिंग की जा सकेगी. खास बात ये है कि इसमें 50 साल से ज्यादा उम्र के यात्रियों की हेल्थ स्क्रीनिंग को अनिवार्य रूप से किया जाएगा. रजिस्ट्रेशन के दौरान भी श्रद्धालुओं को अपनी मेडिकल हिस्ट्री की जानकारी देनी होगी. इसके लिए राज्य सरकार श्रद्धालुओं को जागरूक करने की भी कोशिश कर रही है.

श्रद्धालुओं की होगी हेल्थ स्क्रीनिंग

उत्तराखंड के मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने बताया कि चारधाम यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य सुविधाएं देने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने हंस फाउंडेशन और विश फाउंडेशन के साथ मिलकर ई स्वास्थ्य धाम ऐप की शुरुआत की है. इसमें श्रद्धालुओं को अपने स्वास्थ्य संबंधी जानकारी को अपलोड करना होगा. जिसके तहत श्रद्धालुओं की हेल्थ स्क्रीनिंग की जा सकेगी. इसमें खासतौर पर 50 साल से ज्यादा उम्र के यात्रियों की स्क्रीनिंग को अनिवार्य किया गया है. श्रद्धालुओं की मेडिकल स्क्रीनिंग होने के बाद श्रद्धालुओं की सुरक्षित यात्रा को और बेहतर तरीके से पूरा किया जा सकेगा.

ई स्वास्थ्य धाम ऐप किया गया तैयार

ई स्वास्थ्य धाम ऐप चारधाम में तीर्थ यात्रियों के लिए ही बनाई गई है. तीर्थ यात्रियों के स्वास्थ्य की निगरानी के लिए ही इसे बनाया गया है. पर्यटन की साइट पर मौजूद चारधाम पंजीकरण पोर्टल के साथ इस ऐप को जोड़ा गया है. जिसमें तीर्थ यात्री अपनी मेडिकल हिस्ट्री को अपलोड कर सकेंगे. तीर्थ यात्रियों की ओर से इस ऐप पर मेडिकल रिपोर्ट अपलोड करने के बाद स्वास्थ्य स्क्रीनिंग से गुजर सकते हैं. यात्रा के दौरान तीर्थ यात्रियों को विश और हंस फाउंडेशन की ओर से चलाए जा रहे स्क्रीनिंग पॉइंट मिलेंगे, जहां पर यात्रियों की स्क्रीनिंग हो सकेगी.

इसे फौरन ऐप पर अपडेट किया जाएगा. जिससे तीर्थ यात्री खुद भी अपने स्वास्थ्य संबंधी स्क्रीनिंग को देख सकते हैं और आगे यात्रा से संबंधित निर्णय भी ले सकते हैं. उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग वाधवानी इनिशिएटिव फॉर सस्टेनेबल हेल्थ केयर के साथ मिलकर चारधाम मार्ग पर तैनात सभी स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं को व्यापक प्रशिक्षण भी देंगे. प्रशिक्षण मिलने के बाद चार धाम रूट पर तीर्थ यात्रियों के स्वास्थ्य से जुड़ी किसी भी चिकित्सा स्थिति का प्रभावी ढंग से सामना यह स्वास्थ्य कर्मचारी कर सकेंगे.

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