देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सचिवालय में चारधाम की तैयारियों को लेकर बैठक करने के बाद जैसे ही बाहर निकले तभी एक बुजुर्ग महिला प्रेमलता डोगरा उनकी फ्लीट के सामने आकर खड़ी हो गई. जिससे सीएम धामी का काफिला रुक गया. इस दौरान सुरक्षाकर्मियों ने बुजुर्ग महिला को साइड करने की कोशिश की, मगर महिला सीएम धामी के पास जाने की जिद करने लगी. जिसके बाद सीएम धामी ने खुद महिला को अपने पास बुलाया और उनकी समस्या को बड़े ही ध्यान से सुना. सीएम धामी ने महिला को समाधान का भरोसा भी दिलाया.
बता दें क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड की अंडर 16 टीम में नाती की भर्ती कराई जाने को लेकर प्रेमलता डोगरा लगातार लोगों से मिल रही थी. अंडर 16 में नाती का सिलेक्शन न होने से प्रेमलता डोगरा परेशान थी. जिसके बाद प्रेमलता डोगरा आज सुबह ही सचिवालय पहुंच गई. इस दौरान उन्होंने सचिवालय के अंदर जाने की कोशिश की, मगर सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें गेट पर ही रोक दिया. इतना सब होने के बाद भी प्रेमलता डोगरा ने हार नहीं मानी. बुजुर्ग महिला सीएम धामी के बाहर निकलने तक सचिवालय के गेट पर उनका इंतजार करती रही.
चारधाम की तैयारियों की बैठक लेकर जैसे ही सीएम धामी का काफिला बाहर निकला वैसे ही बुजुर्ग महिला प्रेमलता डोगरा सीएम की गाड़ी के सामने आ गई. जिससे मौके पर अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया. आनन-फानन में सुरक्षाकर्मी बुजुर्ग महिला के पास पहुंचकर उसे दूपर करने की कोशिश करते दिखे, बुजुर्ग महिला भी सीएम धामी से मिलने की जिद पर अड़ी रही. इस दौरान सीएम धामी की नजर भी बुजुर्ग महिला पर पड़ी. जिसके बाद उन्होंने उसे अपने पास बुलाकर उनकी समस्या को तसल्ली से सुना. साथ ही सीएम धामी ने उन्हें समाधान का भरोसा भी दिलाया.
इस पूरे मामले में पुलिस प्रशासन की लापरवाही भी देखने को मिली. बुजुर्ग महिला काफी देर से गेट के बाहर खड़ी थी, तो सिक्योरिटी ने इसकी जानकारी क्यों नहीं ली? महिला को साइड क्यों नहीं किया गया? जबकि सीएम गेट से बाहर निकलते हैं तो उस दौरान सभी गाड़ियों का आवागमन रोक दिया जाता है, साथ ही वहा खड़े लोगों को भी हटा दिया जाता है, मगर इस मामले में ऐसा कुछ नहीं हुआ.