नई दिल्लीः लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण के लिए चुनाव अभियान बृहस्पतिवार शाम को थम गया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पंजाब के होशियारपुर में एक रैली के साथ अपने चुनावी अभियान का समापन किया। इसके साथ ही उन्होंने निर्वाचन आयोग द्वारा 16 मार्च को चुनाव कार्यक्रम की घोषणा किए जाने के बाद से कुल 206 जनसभाएं और रोड शो किए। प्रधानमंत्री ने इससे पहले 2019 के चुनावों के दौरान लगभग 145 रैलियां और रोड में हिस्सा लिया था।
2019 के मुकाबले इस बार ज्यादा रैलियां की
इस बार उन्होंने इससे ज्यादा चुनाव प्रचार किया और जनसभाओं को संबोधित किया। इस बार चुनाव प्रचार का समय 76 दिनों का था, जबकि पांच साल पहले चुनाव में 68 दिन थे। निर्वाचन आयोग ने जब चुनावों की घोषणा की थी तो पीएम मोदी दक्षिण भारत के राजनीतिक दौरे पर थे। इस दौरान उन्होंने 15 मार्च से 17 मार्च के बीच तीन दिनों में दक्षिण भारत के सभी पांच राज्यों को कवर किया था।
दक्षिण भारत पर बीजेपी का रहा ज्यादा फोकस
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की इस चुनाव में कोशिश तमिलनाडु, केरल और आंध्र प्रदेश में अपनी स्थिति मजबूत करने की है। इन तीनों राज्यों में 2019 के चुनाव में भाजपा एक भी सीट जीत नहीं सकी थी। पार्टी के लिए इस चुनाव में कर्नाटक में अपनी ताकत बनाए रखने और तेलंगाना में अपनी ताकत बढ़ाने की कोशिश भी रही है। साल 2019 में भाजपा ने कर्नाटक की 28 में से 25 सीट जीती थी जबकि तेलंगाना में उसने चार सीट पर सफलता दर्ज की थी।
पीएम मोदी ने दिए 80 इंटरव्यू
प्रधानमंत्री ने इस चुनाव में कुल 80 मीडिया साक्षात्कार भी दिए। मतदान शुरू होने के बाद से औसतन उन्होंने प्रतिदिन एक से अधिक साक्षात्कार दिए हैं। मोदी बृहस्पतिवार शाम से एक जून तक ध्यान लगाने के लिए कन्याकुमारी में रहेंगे। इस दौरान वह स्वामी विवेकानंद से जुड़े स्थल पर ध्यान करेंगे।
4 जून को घोषित होंगे नतीजे
प्रधानमंत्री मोदी के इस धुआंधार चुनाव प्रचार का जनता पर कितना असर रहा, इसका पता तो 4 जून को ही लगेगा जब चुनाव परिणाम घोषित होंगे। करीब 73 साल की उम्र में मोदी ने जितनी सभाएं की और जो दूरी तय की, इस मामले में उनके नजदीक भी कोई नेता नहीं टिकता। वह अपनी पार्टी के लिए मतदाताओं को आकर्षित वाला सबसे बड़ा आकर्षण रहे। इस दौरान दिए गए भाषणों के लिए आलोचकों ने उनकी आलोचना भी की तो भाजपा के उत्साही समर्थकों का जोश भी बढ़ा।
राहुल गांधी ने 107 रैली और रोड शो किए
सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस के स्टार चुनाव प्रचारक राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव में कुल 107 रैलियां और रोड शो किए। इनमें संवाद और न्याय सम्मेलन, न्याय मंच जैसे प्रमुख चुनावी अभियान कार्यक्रम शामिल रहे। इसके अलावा प्रियंका गांधी समेत कई पार्टी नेताओं ने चुनावी रैलियां की।